लोकसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में बड़े फेरबदल होने के संकेत मिल रहे हैं। ये फेरबदल विधानसभा चुनाव से पहले हो सकते हैं। इसको लेकर तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रहीं हैं। इन अटकलों के बीच एनसीपी नेता छगन भुजबल अचानक शरद पवार के घर पहुंच गए।
Maharashtra Politics: लोकसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में बड़े फेरबदल होने के संकेत मिल रहे हैं। ये फेरबदल विधानसभा चुनाव से पहले हो सकते हैं। इसको लेकर तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रहीं हैं। इन अटकलों के बीच एनसीपी नेता छगन भुजबल अचानक शरद पवार के घर पहुंच गए। छगन भुजबल के इस कदम से सियासी सरगर्मी फिर बढ़ गयी है। मीडिया रिपोर्ट की माने तो शरद पवार ने तबीयत खराब होने के हवाला देकर उन्हें कुछ देर इंतजार करने के लिए कहा है। हालांकि, इसके बाद भी वो वहां पर रूके हुए हैं। बता दें कि, एकनाथ शिंदे की सरकार में छगन भुजबल मंत्री हैं और एनसीपी में बगावत के दौरान उन्होंने अजित पवार को समर्थन किया था।
वहीं, अभी तक ये साफ नहीं हो पाया कि, छगन भुजबल आखिर शरद पवार से मुलाकात करने के लिए पहुंचे हैं। फिर भी चर्चा है कि राज्यसभा सीट नहीं मिलने या फिर लोकसभा चुनाव में मौका न मिलने से वह नाराज हैं। वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि वो मराठ और ओबीसी आरक्षण के मसले पर शरद पवार की राय लेने के लिए पहुंचे हैं।
चर्चा है कि शरद पवार ने नार्वेकर से मुलाकात की क्योंकि उन्हें पहले ही समय दिया गया था। लेकिन मंत्री छगन भुजबल अचानक शरद पवार से मिलने पहुंच गए। उन्होंने पवार से मिलने के लिए कोई समय नहीं लिया था। बैठक के लिए समय नहीं मिलने पर शरद पवार ने भुजबल को बाहर इंतजार करने को कहा।