भगवान शिव की पूजा अर्चना के लिए भक्त गण कठिन से कठिन तप करते है। हिंदी पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह में शुक्ल पक्ष की नवमी को महेश नवमी मनाई जाती है। इस साल महेश नवमी शनिवार, 19 जून यानी आज मनाई जा रही है।
लखनऊ : भगवान शिव की पूजा अर्चना के लिए भक्त गण कठिन से कठिन तप करते है। हिंदी पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह में शुक्ल पक्ष की नवमी को महेश नवमी मनाई जाती है। इस साल महेश नवमी शनिवार, 19 जून यानी आज मनाई जा रही है। भगवान शिव का एक नाम महेश भी है और इस दिन शिवजी और माता पार्वती की विधिवत पूजा की जाती है। इस दिन व्रत रखकर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा अर्चना करने का भी विधान है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, महेश नवमी पर भगवान शिव का अभिषेक करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। महेश नवमी को लेकर यह भी मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव के आशीर्वाद से माहेश्वरी समाज की उत्पत्ति हुई थी। यह व्रत माहेश्वरी समाज में बहुत मशहूर है।
महेश नवमी के दिन स्नान करने के बाद पूजा आरंभ करनी चाहिए। इस दिन भगवान शिव का अभिषेक करना, जीवन में उत्तम फल प्रदान करने वाला माना गया है। आज के दिन भगवान शिव की प्रिय चीजों का भोग अर्पित करना चाहिए। शिव चालीसा, शिव मंत्र और शिव आरती का पाठ करना चाहिए। विधि पूर्वक पूजा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं।