HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. Manish Gupta murder case : एक-एक लाख का इनामी इंस्पेक्टर और SI गिरफ्तार, क्राइम ब्रांच की टीम कर रही है पूछताछ

Manish Gupta murder case : एक-एक लाख का इनामी इंस्पेक्टर और SI गिरफ्तार, क्राइम ब्रांच की टीम कर रही है पूछताछ

गोरखपुर के होटल में कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता हत्याकांड (Manish Gupta murder case) के मामले में एक-एक लाख का मुख्य आरोपी इंस्पेक्टर जेएन सिंह (Main accused Inspector JN Singh ) और दरोगा अक्षय मिश्रा (Sub Inspector Akshay Mishra ) को गोरखपुर पुलिस (Gorakhpur Police) ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों से रामगढ़ताल (Ramgarhtal) और क्राइम ब्रांच (Crime Branch)  की टीम पूछताछ कर रही है।

By संतोष सिंह 
Updated Date

लखनऊ। गोरखपुर के होटल में कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता हत्याकांड (Manish Gupta murder case) के मामले में एक-एक लाख का मुख्य आरोपी इंस्पेक्टर जेएन सिंह (Main accused Inspector JN Singh ) और दरोगा अक्षय मिश्रा (Sub Inspector Akshay Mishra ) को गोरखपुर पुलिस (Gorakhpur Police) ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों से रामगढ़ताल (Ramgarhtal) और क्राइम ब्रांच (Crime Branch)  की टीम पूछताछ कर रही है। जल्द ही उन्हें कानपुर एसआइटी (Kanpur SIT) के हवाले कर दिया जाएगा। अन्य आरोपितों की तलाश में गोरखपुर के साथ ही कानपुर जिले की पुलिस छापेमारी कर रही है। दरोगा अक्षय मिश्रा (Akshay Mishra ) के बाराबंकी के स्थित घर में रविवार को एक बार फिर से एसआईटी (SIT) की टीम ने छापा मारा था, लेकिन वह वहीं नहीं मिली था।

पढ़ें :- झांसी में दर्दनाक हादसा: मेडिकल कॉलेज के शिशु वार्ड में आग लगने से 10 बच्चों की मौत

कोर्ट में हाजिर होने की फिराक में थे हत्यारोपित 

बताया जा रहा है कि मनीष गुप्ता की मौत के आरोपित इंस्पेक्टर जेएन सिंह ( Inspector JN Singh ), चौकी इंचार्ज रहे अक्षय मिश्रा कोर्ट में हाजिर होने की फिराक में थे। कानपुर और गोरखपुर पुलिस का गिरफ्तारी के लिए बढ़ते दबाव के बीच इंस्पेक्टर जेएन सिंह ने गोरखपुर के कई बड़े अधिवक्ताओं से संपर्क साधा था। हालांकि कुछ ने केस लड़ने से मना भी कर दिया था।

आरोपितों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित था

कारोबारी मनीष की 27 सितंबर की रात में मौत हो गई थी। आरोप है कि होटल कृष्णा पैलेस (Hotel Krishna Palace) में चेकिंग करने गए इंस्पेक्टर जेएन सिंह( Inspector JN Singh ) , अक्षय मिश्रा (Akshay Mishra ) , विजय यादव समेत छह पुलिस वालों की पिटाई से मनीष की मौत हुई थी। इस मामले में रामगढ़ताल थाने (Ramgarhtal Police Station) में हत्या का केस भी दर्ज है। इसकी जांच कानपुर एसआईटी (Kanpur SIT)  कर रही है और जांच में पिटाई से मौत का मामला भी साफ हो चुका है। आरोपितों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित कर दिया गया है।

पढ़ें :- IND vs SA 4th T20I: भारत ने टॉस जीतकर किया बल्लेबाजी का फैसला; देखें प्लेइंग इलेवन

जेएन सिंह कोर्ट में छुट्टी के दिन हाजिर होने की फिराक में था ताकि अधिवक्ताओं के गुस्से से बच सके

सूत्रों का कहना था कि जेएन सिंह भी कानून को बारीकी से जानता है इस वजह से वह कोर्ट में छुट्टी के दिन हाजिर होने की फिराक में था ताकि अधिवक्ताओं के गुस्से से बच सके।

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...