पितरों को तर्पण और काल सर्प दोष निवारण के लिए वैशाख अमावस्या का दिन बहुत शुभ माना जाता है। शास्त्रों में इस अमावस्या को पितरों के लिए मोक्षदायिनी बताया गया है। इस बार वैशाख अमावस्या पर सौभाग्य और शोभन, दो शुभ योग बन रहे हैं। ऐसे में पितरों के मोक्ष और काल सर्प से मुक्ति के लिए ये उपाय करें।
नई दिल्ली: वैशाख के महीने को धार्मिक दृष्टि से काफी पावन माना जाता है। इस महीने में भगवान विष्णु और शिव का पूजन किया जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से त्रिदेव का आशीर्वाद प्राप्त हो जाता है। इसी महीने में गंगा उपासना, वरुथिनी एकादशी, मोहिनी एकादशी, सीता नवमी, अक्षय तृतीया, वैशाख पूर्णिमा और वैशाख अमावस्या जैसे तमाम व्रत और त्योहार भी आते हैं। ये भी मान्यता है कि त्रेतायुग की शुरुआत भी वैशाख के महीने से हुई थी।
इस बार वैशाख अमावस्या 11 मई 2021 को होगी। पितरों को तर्पण और काल सर्प दोष निवारण के लिए वैशाख अमावस्या का दिन बहुत शुभ माना जाता है। शास्त्रों में इस अमावस्या को पितरों के लिए मोक्षदायिनी बताया गया है। इस बार वैशाख अमावस्या पर सौभाग्य और शोभन, दो शुभ योग बन रहे हैं। ऐसे में पितरों के मोक्ष और काल सर्प से मुक्ति के लिए ये उपाय करें।