उत्तराखंड के केदारनाथ वन प्रभाग क्षेत्र (Kedarnath Forest Division Area) में स्थित वासुकीताल कुंड (Vasukital Kund) से लेकर करीब 3 किमी क्षेत्र में कई सालों बाद नीलकमल के फूल (nilkamal flowers) खिले हैं। चारों तरफ खिले फूल लोगों का मन मोह लेते हैं।
केदारनाथ: उत्तराखंड के केदारनाथ वन प्रभाग क्षेत्र (Kedarnath Forest Division Area) में स्थित वासुकीताल कुंड (Vasukital Kund) से लेकर करीब 3 किमी क्षेत्र में कई सालों बाद नीलकमल के फूल (nilkamal flowers) खिले हैं। चारों तरफ खिले फूल लोगों का मन मोह लेते हैं।
आपको बता दें, इसे स्थानीय लोग चमत्कार मान रहे हैं। हिमालय क्षेत्र में 4 प्रकार के कमल के फूल मिलते हैं। इनमें ब्रह्मकमल, नीलकमल, फेन कमल और कस्तूरा कमल शामिल हैं। मध्य हिमालय (Middle Himalayas) के ऊपरी क्षेत्रों में ये पुष्प इस बार काफी मात्रा में खिले हैं।
नीलकमल को भगवान विष्णु का प्रिय पुष्प कहा जाता है। इस फूल का वानस्पतिक नाम नेयम्फयस नॉचलि है। यह नीले रंग का होता है।
यह एशिया के दक्षिणी और पूर्वी भाग का देशज पादप है तथा श्री लंका एवं बांग्लादेश का राष्ट्रीय पुष्प (national flower of sri lanka and bangladesh) है।
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— Amit Kanwar IFS 🐾 🌲 (@amitkanwar) September 19, 2021
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केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के डीएफओ अमित कंवर ने बताया कि केदारनाथ से वासुकीताल तक प्रकृति का सौंदर्य देखते ही बन रहा है। यहां विभिन्न प्रकार के फूलों के बीच ब्रह्मकमल व नीलकमल की संख्या सबसे अधिक है।