सनातन धर्म में प्रथम पूज्य विघ्नहर्ता भगवान गणेश को दूर्वा यानी दूब का भोग लगाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार,विघ्न विनाशक भगवान गणेश अपने भक्तों को हर संकट बाधाओं से दूर रखते है।
Miraculous Remedy : सनातन धर्म में प्रथम पूज्य विघ्नहर्ता भगवान गणेश को दूर्वा यानी दूब का भोग लगाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार,विघ्न विनाशक भगवान गणेश अपने भक्तों को हर संकट बाधाओं से दूर रखते है। बिना दूर्वा के भगवान गणेश की पूजा अधूरी मानी जाती है। सप्ताह में बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित है। भगवान गणेश शीघ्र प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। ज्योतिष शास्त्र में दूर्वा के कई उपाय बताए गए है। मान्यता है दूब के इन उपायों को करने से जीवन की हर मुरादें पूरी होती है। आइये जानते है दूब के प्रमुख उपाय के बारे में।
दूर्वा के टोटके
1.घर के आर्थिक संकट को दूर करने के लिए भगवान गणेश और माता लक्ष्मी को गणेश चतुर्थी या किसी शुभ मुहूर्त पर पांच दूर्वा में 11 गांठे लगाकर चढ़ाएं। ऐसा करने से आपको आर्थिक संकट से शीघ्र ही छुटकारा मिलेगा।
2. मन में किसी कार्य के सफलता की इच्छा है तो दूर्वा को गाय के दूध में मिलकर उसका लेप बनाएं फिर उसे तिलक के रूप में माथे पर लगाएं। मान्यता है कि इससे आपकी मनोकामना जल्द ही पूर्ण होगी।
3.ज्योतिष के अनुसार बुधवार के दिन में गाय को दूर्वा की हरी घास खिलाने से आपको गृह क्लेश से मुक्ति मिलेगी और परिवार में प्रेम की भावना बढ़ेगी।
4.बुधवार के दिन गणेश मंदिर में दूर्वा की ग्यारह गांठ चढ़ाने से गणेश जी प्रसन्न होते हैं और बुध दोष समाप्त हो जाते हैं।
5. किसी साफ जगह से ही दूर्वा घास को तोड़ना चाहिए।