HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘जल जीवन मिशन’ भ्रष्टाचार की गिरफ्त में

मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘जल जीवन मिशन’ भ्रष्टाचार की गिरफ्त में

भ्रष्टाचार की चाश्नी में डूबे वॉटर एंड पॉवर कंसल्टेंसी लिमिटेड (WAPCOS) के पूर्व CMD राजेंद्र कुमार गुप्ता के ठिकानों से भारी मात्रा में कैश बरामद हुआ है। कैश की ये रकम अब तक 38 करोड़ से ज्यादा बताई जा रही है। भ्रष्टाचार के इस बड़े खुलासे के बाद अब सवाल केंद्र और प्रदेश सरकार की अन्य संस्थाओं पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।

By टीम पर्दाफाश 
Updated Date

नई दिल्ली। भ्रष्टाचार की चाश्नी में डूबे वॉटर एंड पॉवर कंसल्टेंसी लिमिटेड (WAPCOS) के पूर्व CMD राजेंद्र कुमार गुप्ता के ठिकानों से भारी मात्रा में कैश बरामद हुआ है। कैश की ये रकम अब तक 38 करोड़ से ज्यादा बताई जा रही है। भ्रष्टाचार के इस बड़े खुलासे के बाद अब सवाल केंद्र और प्रदेश सरकार की अन्य संस्थाओं पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। लोगों का मानना है कि अगर एक संस्था के पूर्व सीएमडी के यहां पर इतनी बड़ी रकम बरामद हो सकती है तो जांच एजेंसियों को केंद्र और प्रदेश की अन्य संस्थाओं की भी जांच करनी चाहिए। पहले भी इन संस्थानों पर भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके हैं लेकिन सब रफा दफा कर दिया जाता है। कहा जाता है कि, इसके पीछे सरकारों के बड़े अधिकारियों के नाम ना आए इसको लेकर मामले को रफा दफा कर दिया जाता है। दरअसल, इस तरह के भ्रष्टाचार में सबकी बराबर की ​भागीदारी सामने आती है।

पढ़ें :- PM Modi Kuwait visit: PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च सम्मान, 'द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' से हुए सम्मानित

दरअसल, इस महत्वाकांक्षी योजना को लेकर केंद्र सरकार खूब फोकश कर रही है। रुपये भी पानी की तरह ही इस योजना में लगाए जा रहे हैं, ताकि लोगों को जल मिल सके। इसका उद्देश्य पीने का शुद्ध पानी देना था लेकिन कहीं भी आरसैनिक/फोलोराइड/टीडीएस युक्त पानी और अब नोएडा और गाजियाबाद में पानी में यूरेनियम पाई जाने की खबर भी आई हैं। हालांकि, सरकार लोगों तक शुद्ध जल पहुंचाने के लिए इस योजना की शुरूआत की थी।

लेकिन सरकारी संस्थाएं इस योजना पर पलीता लगाती दिख रही हैं। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में भी इस योजना को परवान चढ़ाने की कोशिश की जा रही है। लेकिन वॉटर एंड पॉवर कंसल्टेंसी लिमिटेड (WAPCOS) के पूर्व CMD राजेंद्र कुमार गुप्ता के ठिकानों से बरामद हुए रुपयों ने अब कई सवाल खड़े कर दिए हैं। कहा जा रहा है कि केंद्रीय एजेंसियां की नजर उत्तर प्रदेश की संस्थाओं के पड़े तो कई और बड़े खुलासे हो सकते हैं।

पूर्व CMD राजेंद्र कुमार गुप्ता के यहां मिले करोड़ों कैश
भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई की है। केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली PSU कंपनी वॉटर एंड पॉवर कंसल्टेंसी लिमिटेड (WAPCOS) के पूर्व CMD राजेंद्र कुमार गुप्ता के ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी कर 38 करोड़ से ज्यादा कैश बरामद किया है। इतनी बड़ी रकम बरामद होने के बाद साफ हो गया कि राजेंद्र कुमार गुप्ता की जड़ें भ्रष्टाचार में काफी गहरी थीं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या जल शक्ति मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली अन्य संस्थाएं इमानदारी से काम कर रही होंगी?

कौन हैं राजेंद्र कुमार गुप्ता
राजेंद्र कुमार गुप्ता केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली PSU कंपनी WAPCOS (वॉटर एंड पॉवर कंसल्टेंसी) लिमिटेड के पूर्व CMD (चेयरमैन एंड मैनेजिंग डायरेक्टर) हैं। WAPCOS को ‘Water and Power Consultancy Services (India) Limited’ के नाम से जाना जाता है। ये एक पब्लिक सेक्टर कंपनी है, जो पूरी तरह केंद्र सरकार के मालिकाना हक़ में आती है। केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय इसके संचालन का काम देखता है।

पढ़ें :- KGMU Foundation Day : सीएम योगी, बोले-पैसे की कमी नहीं, सेवाओं को बेहतर करने के बारे में सोचें और अच्छा व्यवहार करें

 

 

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...