फिक्की के 94वें वार्षिक सम्मेलन में संबोधित करते हुए शुक्रवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि पौने 2 साल तक 80 करोड़ लोगों को प्रति व्यक्ति/प्रति महीना 5 किलो अनाज निःशुल्क देने का काम भाजपा की नरेन्द्र मोदी सरकार ने किया है। शाह ने कहा कि ये बहुत बड़ा काम है, ऐसा काम दुनिया में कहीं नहीं किया गया। नरेन्द्र मोदी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि ये है कि 130 करोड़ लोगों के देश का लोकतंत्र पर, संसदीय लोकतंत्र प्रणाली पर भरोसा बढ़ा है। उन्होंने देश के अर्थतंत्र का दायरा बढ़ाया है।
नई दिल्ली। फिक्की के 94वें वार्षिक सम्मेलन में संबोधित करते हुए शुक्रवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि पौने 2 साल तक 80 करोड़ लोगों को प्रति व्यक्ति/प्रति महीना 5 किलो अनाज निःशुल्क देने का काम भाजपा की नरेन्द्र मोदी सरकार ने किया है। शाह ने कहा कि ये बहुत बड़ा काम है, ऐसा काम दुनिया में कहीं नहीं किया गया। नरेन्द्र मोदी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि ये है कि 130 करोड़ लोगों के देश का लोकतंत्र पर, संसदीय लोकतंत्र प्रणाली पर भरोसा बढ़ा है। उन्होंने देश के अर्थतंत्र का दायरा बढ़ाया है।
HM Shri @AmitShah's address at FICCI's 94th Annual Convention in New Delhi. https://t.co/hSt6LvtnOH
— BJP (@BJP4India) December 17, 2021
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक सीएम व पीएम के रूप में 20 साल की यात्रा का अध्ययन शोधकर्ताओं द्वारा किया जा सकता है। उन्होंनेक कहा कि मेरा मानना है कि ये 20 साल भारत के विकास में महत्वपूर्ण रहे हैं और यात्रा में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही है। COVID -19 के बाद के भारतीय अर्थव्यवस्था की रिकवरी दुनिया में सर्वश्रेष्ठ में से एक है। हम COVID -19 के दौरान भी कई सुधार लाए हैं। हमने सेमी-कंडक्टर और अन्य जैसे 13 क्षेत्रों में पीएलआई योजनाएं शुरू की हैं। शाह ने कहा कि सरकार के आलोचक भी इस बात से सहमत होंगे कि पिछले 7 सालों में हम एक बड़ा बदलाव लाए हैं। सरकार पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा है। सभी हितधारकों के साथ विचार-विमर्श के बाद सभी क्षेत्रों में सुधार लाए गए हैं।
शाह ने कहा कि 1927 से लेकर आज तक देश के विकास में फिक्की का जो योगदान है, अब मौका है कि उसको कईं गुना बढ़ाकर सार्थक तरीके से देश के विकास को बढ़ाने के लिए आप लोग आगे आएं और नए नए क्षेत्रों को आप भी छुएं। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य तभी सिद्ध हो सकता है, जब फिक्की जैसे संगठन आगे आएं और नीतियों के विषय में सुझाव देने के लिए और नीतियों को समयानुकूल बनाने के लिए आप लोग initiative लें।