मानसून (Monsoon) ने इस साल काफी देर से उत्तर भारत (North India) में दस्तक दी है, जिससे लोगों को भीषण गर्मी से तो राहत मिल गयी है, लेकिन मानसून के आते ही कई जगहों पर लोगों के लिए मुसीबतें भी खड़ी हो गयी हैं।
लखनऊ। मानसून (Monsoon) ने इस साल काफी देर से उत्तर भारत (North India) में दस्तक दी है, जिससे लोगों को भीषण गर्मी से तो राहत मिल गयी है, लेकिन मानसून के आते ही कई जगहों पर लोगों के लिए मुसीबतें भी खड़ी हो गयी हैं। दरअसल, मानसून की पहली बारिश (First Monsoon Rains) ने ही बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिये हैं। इसके अलावा मकान ढहने और आकाशीय बिजली (Lightning) गिरने से कई लोगों के मारे जाने की भी खबर है। वहीं, बारिश के चलते रेल व सड़क यातायात भी प्रभावित हुए हैं।
अलग-अलग हादसों में 13 लोगों की मौत
मानसून के आगमन के साथ ही यूपी (UP), उत्तराखंड (Uttarakhand), हिमाचल (Himachal), राजस्थान (Rajasthan) और मुंबई (Mumbai) में अलग-अलग घटनाओं में 13 लोगों के मारे जाने की खबर है। जिसमें यूपी में आकाशीय बिजली (Lightning) गिरने, मकान ढहने और खंभों में करंट उतरने की घटनाओं में सात लोगों की मौत हो गयी। हिमाचल के शिमला में पहाड़ी का पत्थर गिरने से बिहार के सारण जिले के ट्रैकर जितेंद्र प्रसाद (Tracker Jitendra Prasad) की मौत हो गई। उत्तराखंड में भी एक व्यक्ति के मारे जाने की खबर है।
इसके अलावा महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में विले पार्ले और घाटकोपर में दो मकानों ढहने से दो बुजुर्गों की मौत हो गई। राजस्थान में भी दो लोगों के मारे जाने की खबर है। वहीं, बागेश्वर में आकाशीय बिजली गिरने से 400 बकरियां मर गईं।
कई इलाकों में भारी बारिश, भूस्खलन और बाढ़
वर्षा के कारण कई जगह जलभराव हो गया। बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हुई। दिल्ली में पहले दिन 50.7 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। पंजाब के कुछ तो हरियाणा (Haryana) के ज्यादातर जिलों में मूसलधार बारिश (Heavy Rain) हुई। पंचकूला (Panchkula) में घग्गर नदी में एकाएक पानी आने से सात लोग नदी पार करते समय फंस गए। इससे पहले घग्गर नदी में ही एक कार फंस गई जिसमें सवार महिला को काफी मशक्कत के बाद बाहर निकाला जा सका।
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा मार्ग (Chardham Yatra route in Uttarakhand) भी भूस्खलन (Landslide) के कारण बंद होते और खुलते रहे। कुमाऊं में पिथौरागढ़ जिले में चीन सीमा तक जाने वाला तवाघाट-लिपुलेख मार्ग मलबे के कारण दो स्थानों पर बंद हो गया। चीन सीमा को जोड़ने वाला दारमा मार्ग भी बंद है। प्रशासन ने पर्यटकों और ट्रेकर्स के 30 जून तक उच्च हिमालय में प्रवेश पर रोक लगा दी है। असम में बाढ़ से नौ जिलों के चार लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
विमान सेवाओं पर पड़ा असर
दिल्ली में मौसम खराब होने के बाद कई फ्लाइट को जयपुर डायवर्ट किया गया है। देहरादून में कम दृश्यता होने के चलते दिल्ली और अहमदाबाद से देहरादून आने वाली इंडिगो की फ्लाइट को डायवर्ट करना पड़ा। दिल्ली से आने वाली इंडिगो की फ्लाइट कैंसिल कर दी गई।