दिल्ली के मशहूर बीएलके मैक्स सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल ने आज मुरादाबद के कॉसमॉस हॉस्पिटल के साथ भागीदारी करते हुए यहां अपनी कार्डियोथोरेसिस एंड वैस्कुलर सर्जरी सीटीवीएस ओपीडी सेवाएं शुरू की।
दिल्ली के मशहूर बीएलके मैक्स सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल ने आज मुरादाबाद के कॉसमॉस हॉस्पिटल के साथ भागीदारी करते हुए यहां अपनी कार्डियोथोरेसिस एंड वैस्कुलर सर्जरी सीटीवीएस ओपीडी सेवाएं शुरू की। यह ओपीडी मरीजों को क्वालिटी हेल्थकेयर सेवाओं की सुलभ पहुंच दिलाने की दिशा में 650 बिस्तरों वाले इस अस्पताल द्वारा उठाया गया एक और महत्वपूर्ण कदम है। यहां हृदय संबंधी रोगों के लिए विशेषज्ञों की सलाह और सीटीवीएस उपचार सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। सीटीवीएस बच्चों से लेकर वयस्कों तक में होने वाले कई तरह के कार्डियोवैस्कुलर रोगों सीवीडी के लिए उपयोगी है।यह ओपीडी सेवा बीएलके मैक्स हार्ट सेंटर बीएलके मैक्स सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल नई दिल्ली के प्रमुख निदेशक और चीफ डॉ रामजी मेहरोत्रा द्वारा शुरू की गई है।
इस मौके पर डॉ रामजी मेहरोत्रा ने बताया लोग हमारे पास अक्सर सीने में दर्द दबाव या भारीपन की शिकायत,जो एन्जाइन का संकेत है, जबड़े में दर्द बाएं कंधे बाजू कोहनी या पीठ में दर्द सांस उखड़ना,दम फूलना हल्का पसीना आना मितलाहट और थकान हल्का चक्कर आना या बेहोशी की शिकायत लेकर आते हैं। ये लक्षण अलग-अलग व्यक्तियों पर अलग-अलग तरह के होते हैं। कुछ लोगों में एक से अधिक लक्षण एक साथ हो सकते हैं। संपूर्ण जांच के बाद दिल फेफड़े छाती भोजन नली और वैस्कुलर सिस्टम की कार्डियोथोरेसिस और रक्तनली आर्टरीए नाड़ी तथा लिंफेटिक सर्कुलेशन की वैस्कुलर सर्जरी के जरिये हम जन्मजात दिल की बीमारी धमनी एरिदमियसए हार्ट फेल्योरए कोरोनरी आर्टरी रोग वाल्वुलर हृदय रोग और वीनस डिसऑर्डर जैसी कई बीमारियों का इलाज करते हैं। इस ओपीडी के शुरू होने से मुरादाबाद के लोगों को सर्वश्रेष्ठ सेवाएं मिल सकेगी और हम दिल तथा फेफड़ों से संबंधी डिसऑर्डर के बारे में जागरूकता फैला सकेंगे। ओपन सर्जरी के विकल्प के तौर पर छोटी सी शल्यक्रिया वाली एंडोवैस्कुलर सर्जरी समेत ऐसी सर्जरी में बहुत तरक्की हुई है जिससे मरीजों को बहुत कम दाग पड़ने कम रक्तस्राव होने तेजी से रिकवरी होने और अस्पताल में कम समय रहने जैसे कई लाभ मिलते हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक 2016 में सीवीडी से लगभग 17,9 करोड़ लोगों की जान गई है जो वैश्विक स्तर पर होने वाली मौतों का 31 फीसदी है। इसी साल भारत में कुछ होने वाली मौतों में एनसीडी के कारण 63 फीसदी लोगों की जान गई है जो सीवीडी का 27 फीसदी हिस्सा है। सीवीडी के कारण 40-69 साल के 45 फीसदी लोगों की मौत हुई है। इस ओपीडी के शुरू होने से मुरादाबाद और आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले सभी आयुवर्ग और हर तरह के आर्थिककृसामाजिक पृष्ठभूमि के मरीजों को कहीं दूरदराज के शहर की यात्रा किए बगैर अपने घर के पास ही सर्वश्रेष्ठ परामर्श और उपचार मिलने लगेगा।
कॉसमॉस हॉस्पिटल के प्रबंधन ने कहा हम देश के बेहतरीन हृदयरोग संस्थानों में से एक के साथ साझेदारी करते हुए वाकई खुश हैं। हम आम आदमी को दिल संबंधी बीमारियों के बारे में जरूरी जानकारी देने के लिए प्रयासरत हैं और हमारी ओपीडी लोगों को परामर्श के साथ ही स्वस्थ लाइफस्टाइल जीने के लिए प्रोत्साहित करेगी। भारत में हृदय रोग के मामले बड़ी तेजी से बढ़ रहे हैं और इस बीमारी का वैश्विक बोझ खतरनाक स्तर पर जा पहुंचा है। बड़े शहरों से दूर रहने वाले लोगों को विश्व स्तरीय इलाज और सेवाएं मिलने में मुश्किल हो जाती है और इसके लिए उन्हें लंबी यात्रा करने पर ही भारी भरकम खर्च करना पड़ जाता है। यह ओपीडी शहर के मरीजों को अपने घर के पास ही विश्व स्तरीय उपचार समाधान देते हुए मुरादाबाद की स्वास्थ्य सेवा सुविधाओं की अहमियत बढ़ा देगा। हमारी सेवाओं में सभी तरह के परामर्श और जांच शामिल हैं और यहां इलाज के लिए हर तरह की सेवाएं प्रदान की जाएंगी।