प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के किसानों को लाभ दिलाए को लेकर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत किसानों को लाभ देने का काम कर रहे हैं तो वही जनपद मुरादाबाद में किसान सम्मान निधि योजना को पलीता लगाया जा रहा है। मुरादाबाद कृषि विभाग द्वारा ऐसे दर्जनों आपात्रों को सरकार की इस योजना के लाभ से मालामाल कर दिया गया जो इस योजना के पात्र ही नहीं थे, जबकि किसान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस जन जन कल्याणकारी योजना का लाभ लेने के लिए सरकारी दरबारों में चक्कर लगा रहे हैं।
जनपद मुरादाबाद की अगर हम बात करे तो मुरादाबाद कृषि उपनिदेशक सीएल यादव कृषि विभाग की इस योजना को पालिता लगाते दिखाई दे रहे हैं। मुरादाबाद में ऐसे दर्जनों अपात्र हैं जिनको इस योजना के लाभ से लाभान्वित कर दिया गया, लेकिन ऐसे कितने ही पात्र हैं जो सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा लगा कर थक चुके हैं ,लेकिन उन्हें प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं मिल रहा।
मुरादाबाद जनपद के अपात्र नागरिकों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमें पता ही नहीं और हमारे खाते में किसान सम्मान निधि का पैसा आ रहा था, जब हमें इस पैसे का पता चला तो हमने उस पैसे को वापस रिटर्न कर दिया । कृषि विभाग के उपनिदेशक सी एल यादव से जब बात करने की कोशिश की गई तो पहले तो वह बात करने से कतराते नजर आए ,लेकिन जब संपर्क सूत्र से उनसे बात की गई तो उनका जवाब कुछ अलग ही था वह इस कृत को गलती नहीं मान रहे ,उनका कहना है कि यह छोटी मोटी बातें हैं इससे कुछ नहीं होता।
छोटे और सीमांत किसानों की आर्थिक मदद के लिए शुरू की गई केंद्र सरकार की प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि योजना में जालसाजो द्वारा सेंधमारी कर दी गई है ,किसान सम्मान निधि की धनराशि पाने के चक्कर में पात्र भले ही दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हो, लेकिन तमाम अपात्र के खाते में सरकारी धन पहुंच रहा है, हैरानी की बात यह है की उपनिदेशक कृषि सीएल यादव इसको गलती नहीं मानते।अब देखना यह होगा की सरकार की जनकल्याणकारी योजना को परवान चढ़ाने के लिए कृषि विभाग के अधिकारी क्या कदम उठा पाते हैं अगर ऐसा ही चलता रहा तो मुरादाबाद के खाते में कृषि का यह एक और घोटाला जरूर कहलाएगा।
वही जब लापरवाही बरतने वाले कृषि विभाग के डिप्टी डायरेक्टर सी एल यादव से बात करने को भी तैयार नहीं थे जब उनसे पूछा गया तो उनका कहना है आपको साहब ने सब कुछ बता दिया है जो शासन से आदेश है अगर किसी भी ऐसे अपात्र के खाते में पैसा चला जाता है तो वह वापसी आ जाता है, लेकिन लापरवाही करने वाले अधिकारी अपनी लापरवाही का परिचय लगातार ही देते रहें और कुछ भी सही जानकारी देने को तैयार नहीं थे, वही आपात रूप के खाते में गए पैसों को लेकर जब सीडीओ मुरादाबाद से जानकारी की गई तो उन्होंने बताया इस मामले की अभी मेरे संज्ञान में आया है और यह जांच कभी जाएगा इनका चयन किस आधार पर किया गया था, क्योंकि जो पहले डाटा था उसी के आधार पर फील्डिंग की गई थी तो संभव है कि जिन लोगों के खातों में आए हैं उन लोगों ने गलत आधार कार्ड दिया होगा, बाकी जांच करके ही आगे क्या जानकारी आपको दी जाएगी।
विभाग की एक बहुत बड़ी लापरवाही सामने आई है क्योंकि कृषि विभाग द्वारा ऐसे पात्रों के खातों में पैसा भेजा गया है जो लोगों पहले से ही सक्षम है लेकिन किसान आज भी दर-दर की ठोकरे खा रहा है और अधिकारियों के चक्कर काट रहा है कभी तहसील दिवस में तो कभी कृषि विभाग में लेकिन कृषि विभाग के अधिकारी सुनने को तैयार नहीं है और लगातार लापरवाही बरत रहे हैं, लापरवाह अधिकारियों की कमियों का खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ता है सरकार लगातार किसानों के लिए अभियान चला रही है लेकिन जनपद स्तर पर मौजूद अधिकारी उन योजनाओं का लाभ किसानों तक पहुंचने नहीं दे रहे हैं अब देखना यह होगा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का फायदा कब तक किसानों को होता है यह किसान ऐसी ही दर बदर की ठोकरें खाते रहते हैं।
रिपोर्ट:-रूपक त्यागी