हिंदू धर्म में नाग पंचमी पर्व पर सर्पों की पूजा करने की परंपरा है। सर्पों को बहुत शुभ माना जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान विष्णु शेषनाग की शैय्या पर शयन करते है।
Nag Panchami 2023 Date : हिंदू धर्म में नाग पंचमी पर्व पर सर्पों की पूजा करने की परंपरा है। सर्पों को बहुत शुभ माना जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान विष्णु शेषनाग की शैय्या पर शयन करते है। इसी तरह भगवान शिव ने तो अपने गले में वासुकी नाग को धारण किया है। मान्यता है कि नागपंचमी के पर्व पर नागों की पूजा करने से अकाल मृत्यु का खतरा टल जाता है। सावन मास की शुक्ल पंचमी तिथि को नाग पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। इस बार नाग पंचमी का पर्व 21 अगस्त, को मनाया जाएगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार में कुंड़ली बन रहे काल सर्प दोष के निवारण के लिए नाग पंचमी का दिन सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।
हिंदी पंचांग के अनुसार, नाग पंचमी यानी कि सावन के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 20 अगस्त 2023, रविवार की रात 09 बजकर 03 मिनट से शुरू होकर 21 अगस्त 2023, सोमवार की रात 09 बजकर 54 मिनट तक रहेगी। उदया तिथि के अनुसार नागपंचमी 21 अगस्त 2023 को मनाई जाएगी। 21 अगस्त की रात चित्रा नक्षत्र रहेगा यह मध्य रात्रि 3 बजकर 47 मिनट तक रहेगा। इस साल 21 अगस्त को नागपंचमी की पूजा के लिए पूरे दिन शुभ मुहूर्त रहेगा, जिससे आप पूरे दिन में कभी भी पूजा कर सकते हैं।
पूजन समाग्री
इस दिन नाग चित्र या मिट्टी की सर्प मूर्ति, लकड़ी की चौकी, जल, पुष्प, चंदन, दूध, दही, घी, शहद, चीनी का पंचामृत, लड्डू और मालपुए, सूत्र, हरिद्रा, चूर्ण, कुमकुम, सिंदूर, बेलपत्र, आभूषण, पुष्प माला, धूप-दीप, ऋतु फल, पान का पत्ता दूध, कुशा, गंध, धान, लावा, गाय का गोबर, घी, खीर और फल आदि पूजन समाग्री में होनी चाहिए। इस दिन कमजोर ओर असहाय लोगों की मदद करने का की भी पंरंपरा है।