केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 'कोबरा' कमांडो राकेश्वर सिंह मिन्हास का परिवार छत्तीसगढ़ में हुए नक्सल अटैक की खबर सुनने के बाद से ही गहरे सदमे में है।बताया जा रहा है कि हमले के दौरान नक्सलियों ने मिन्हास को किडनैप कर लिया था।
नई दिल्ली: शनिवार को हुए नक्सली हमले और कमांडो राकेश्वर सिंह मन्हास के लापता होने की खबर सुनने के बाद से ही उनका परिवार गहरे सदमे में हैं। नक्सलियों ने शनिवार को सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन पर हमला किया जिसमें हमारे 23 जवान शहीद हो गए। नक्सलियों ने दावा किया है कि उन्होंने राकेश को अगवा कर लिया है।
छत्तीसगढ के बीजापुर में हुए नक्सली हमले के बाद से पूरे देश में आक्रोश और गम दोनों हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक पांच साल की बच्ची नक्सलवादियों से गुहार लगाती नजर आ रही है।
बताया जा रहा है कि हमले के दौरान नक्सलियों ने मिन्हास को किडनैप कर लिया था। वायरल वीडियो में मिन्हास की पांच वर्षीय बेटी श्रग्वी अपने पिता को रिहा करने की गुहार लगाती दिखाई दे रही है। बता दें कि CRPF की बटालियन पर किये गये हमले में 23 सुरक्षाकर्मी वीरगति को प्राप्त हो गए हैं और नक्सलियों ने दावा किया है कि मिन्हास को उन्होंने किडनैप कर रखा है।
#Bijapur #NaxalAttack में बंधक बनाए गए जवान की बेटी की आवाज़ सुनकर मन भावुक हो गया.
परिवार के दर्द की हम सिर्फ कल्पना ही कर सकते हैं…
उनकी सुरक्षित वापसी के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं. आपके पिताजी रक बहादुर योद्धा हैं बिटिया. आप भी उनकी तरह धैर्य और हिम्मत से काम लें… pic.twitter.com/8dwTw5xkj3— Dipanshu Kabra (@ipskabra) April 5, 2021
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जम्मू-अखनूर रोड के बरनई क्षेत्र में मिन्हास के घर पर जब मीडिया टीम पहुंची तो वहां का माहौल बेहद ग़मगीन था। मिन्हास की पत्नी मीनू ने कहा कि हमें न्यूज चैनल से हमले की जानकारी मिली और पता चला कि मेरे पति लापता हैं। सरकार और CRPF में से किसी ने हमें इस बारे में नहीं बताया।
मीनू अपनी बेटी को गोद में लेकर, अपने पति के सुरक्षित लौटने की बाट जोह रही है। मीनू ने बताया कि एक अधिकारी उनके घर आए थे। वे आश्वासन देकर चले गए। उन्होंने कहा कि मिन्हास से उनकी अंतिम बार बातचीत शुक्रवार को रात साढ़े नौ बजे हुई थी, जब वह ड्यूटी के लिए जा रहे थे। मीनू ने नम आंखों से कहा कि उनके पति ने 10 साल तक राष्ट्र की सेवा की और अब सरकार की बारी है कि वह उन्हें सुरक्षित वापस लाए।