Nepal Plane Crash : नेपाल विमान हादसे (Nepal Plane Crash) में लापता भारतीय परिवार की पहचान हो गई है। ये परिवार महाराष्ट्र के ठाणे का निवासी था। कपूरबावड़ी थाने (Kapurbawdi Police Station) के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक उत्तम सोनवणे (Senior Police Inspector Uttam Sonawane) ने बताया कि अशोक कुमार त्रिपाठी (Ashok Kumar Tripathi) जो कि अपनी पत्नी वैभवी त्रिपाठी व बच्चे धनुष त्रिपाठी के साथ दर्शन करने के लिए सभी मुक्तिनाथ मंदिर (Muktinath Temple) जा रहे थे।
Nepal Plane Crash : नेपाल विमान हादसे (Nepal Plane Crash) में लापता भारतीय परिवार की पहचान हो गई है। ये परिवार महाराष्ट्र के ठाणे का निवासी था। कपूरबावड़ी थाने (Kapurbawdi Police Station) के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक उत्तम सोनवणे (Senior Police Inspector Uttam Sonawane) ने बताया कि अशोक कुमार त्रिपाठी (Ashok Kumar Tripathi) जो कि अपनी पत्नी वैभवी त्रिपाठी व बच्चे रितिका त्रिपाठी और धनुष त्रिपाठी के साथ दर्शन करने के लिए सभी मुक्तिनाथ मंदिर (Muktinath Temple) जा रहे थे।
इस घटना में जो एक नया खुलासा हुआ वह है पति-पत्नी के बारे में है। बता दें कि दोनों पति-पत्नी काफी समय से अलग रह रहे थे। वह जल्द ही तलाक लेने वाले थे। अदालत के आदेश के अनुसार पूरे परिवार को अपने बच्चों के साथ 10 दिन समय बिताने का मौका मिला था। सभी लोग बहुत खुश थे। अशोक के साथ उनका चचेरा भाई भी जाने वाला था, लेकिन उन्होंने आखिरी वक्त में प्लान बदल लिया था।
वैभवी त्रिपाठी की मां का है रो-रोकर बुरा हाल
विमान हादसे की जानकारी मिलने पर वैभवी के पड़ोसी ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। घर पर वैभवी की सिर्फ बुजुर्ग मां ही हैं। उनका रो-रो कर बुरा हाल है। वैभवी की मां का कुछ दिनों पहले ऑपरेशन हुआ था और वो घर में अकेली हैं।
दोनों पति-पत्नी थे कामकाजी
51 वर्षीय बांदेकर मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में एक निजी कंपनी में काम करती थीं, जबकि उनके पति ओडिशा में रहते थे। वह एक HR कंसल्टेंसी फर्म चलाते हैं। वे पांच भाई-बहनों में चौथे नंबर पर हैं। वे ठाणे के मजीवाड़ा में एथेना अपार्टमेंट में जाने से पहले बोरीवली में रुकी थीं।
दिल्ली में एक कंपनी के माध्यम से परिवार ने अपनी यात्रा बुक की थी
कैलाश विजन ट्रेक ट्रैवल एजेंसी की कर्मचारी सुमन दहल ने कहा कि इस परिवार ने दिल्ली में एक कंपनी के माध्यम से अपनी यात्रा बुक की थी। मैं 27 मई को इस परिवार से मिला और वे मुक्तिधाम के इस दौरे को लेकर वास्तव में उत्साहित थे। उन्होंने काठमांडू से पोखरा की यात्रा की और पोखरा से जोमसोम की उड़ान भरी थी। लेकिन इसके बाद यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घट गई।
कुछ शवों की पहचान मुश्किल
नेपाल के पुलिस इंस्पेक्टर राज कुमार तमांग के नेतृत्व में एक टीम घटना स्थल पर पहुंच गई है। तमांग ने बताया कि कुछ शवों की पहचान मुश्किल है। नेपाली सेना ने सोमवार सुबह वह जगह ढूंढ निकाली, जहां यह विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। सेना के प्रवक्ता ने एक ट्वीट में कहा राहत और बचाव दल ने विमान के दुर्घटना स्थल का पता लगा लिया है।
माउंट धौलागिरी से मुड़ने के बाद टूटा था संपर्क
मुख्य जिला अधिकारी नेत्र प्रसाद शर्मा ने बताया कि विमान को मस्टैंग जिले में जोमसोम के आसमान के ऊपर देखा गया था। फिर माउंट धौलागिरी की ओर मोड़ दिया गया था, जिसके बाद इसका संपर्क टूट गया।
लामचे नदी के किनारे दुर्घटनाग्रस्त हुआ विमान
स्थानीय लोगों द्वारा नेपाल सेना को दी गई जानकारी के अनुसार तारा एयर का यह विमान लामचे नदी के पास दुर्घटनाग्रस्त हुआ। सेना के प्रवक्ता नारायण सिलवाल ने कहा कि कल बर्फबारी के कारण रोके जाने के बाद तलाशी अभियान फिर से शुरू किया गया है। रविवार को मुस्तांग जिले में बर्फबारी होने के कारण विमान को तलाशने में जुटे सभी हेलिकॉप्टरों को वापस बुला लिया गया था।