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उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल : JE/P-way परीक्षा में घोटाला

उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल में बीते 16 अगस्त को प्रमोटी कोटा के तहत इंजीनियरिंग विभाग में कनिष्ठ अभियंता पद के लिए विभागीय परीक्षा हुआ था एवं उसी दिन परीक्षा का परिणाम भी घोषित कर दिया गया था।

By संतोष सिंह 
Updated Date

लखनऊ : उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल में बीते 16 अगस्त को प्रमोटी कोटा के तहत इंजीनियरिंग विभाग में कनिष्ठ अभियंता पद के लिए विभागीय परीक्षा हुआ था एवं उसी दिन परीक्षा का परिणाम भी घोषित कर दिया गया था। परीक्षा का परिणाम एवं परीक्षा कक्ष में हुई घटनाओं को देखकर कर्मचारियों ने शत प्रतिशत धांधली का आरोप लगाते हुए इस परिणाम को रद्द कर पुनः परीक्षा आयोजित कराने की मांग की है।

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कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि इस परीक्षा में सुनियोजित तरीके से व्यापक रूप में भ्रष्टाचार किया गया है! उनका कहना है कि रमाकांत मंडल परीक्षा दिया था परन्तु उसका नाम पास या फेल किसी सुचि में नहीं है जबकि प्रयाग उरांव नाम का कर्मचारी 16 अगस्त के दीन अपने गैंग में कार्य कर रहा था और परीक्षा में शामिल न होने के बावजूद भी उसने 59 अंक प्राप्त कर लिया है।
परीक्षा के समय वहां मौजूद अधिकारियों ने उन्हें पहले ही बता दिया था कि परीक्षा के मध्य में 10 मिनट के लिए बिजली जाएगी और सिस्टम बंद हो जाएगा। ठीक ऐसा ही हुआ और सिस्टम बंद हो गया उसके बाद पुनः 10 मिनट बाद चालू हुआ जबकि आमतौर पर ऐसा नहीं होता है क्योंकि प्रत्येक सिस्टम को UPS से कनेक्ट रखा जाता है जिसके कारण बिजली जाने पर भी ups के मदद से सिस्टम निर्बाध रूप से काम करते रहता है। यदि फिर भी कोई आसंका पहले से थी तो रेल प्रशासन को जनरेटर की व्यवस्था करनी चाहिए थी। सिस्टम बंद होने एवं पुनः चालू होने के मध्य में ही सारा घोटाला होने का आशंका व्यक्त किया जा रहा है।

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लखनऊ मंडल में पहले भी इंजीनियरिंग विभाग की विभागीय परीक्षाओं में लगातार भ्रष्टाचार के आरोप लगते आए हैं। जिसके कारण LDCE कोटे के तहत हुए पिछले परीक्षा एवं परीक्षा परिणाम को बार बार रद्द करना पड़ा था। आखिर कौन है जो इंजीनियरिंग विभाग के विभागीय परीक्षाओं को हमेशा कलंकित करता है ? इस तरह के खुलेआम भ्रष्टाचार के कारण लखनऊ मंडल प्रशासन के कार्यशैली पर लगातार प्रश्न चिन्ह लग रहा है!

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