अब मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का नाम चेंज करने की मांग की गई है। यह मांग किसी और ने नहीं बल्कि मशहूर गीतकार और राइटर मनोज मुंतशिर शुक्ला ने मांग की है।
अब मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का नाम चेंज करने की मांग की गई है। यह मांग किसी और ने नहीं बल्कि मशहूर गीतकार और राइटर मनोज मुंतशिर शुक्ला ने मांग की है। एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने यह मांग उठाई है।
वे ये चाहते थे कि भोपाल पाकिस्तान का हिस्सा हो
उन्होंने भोपाल का नाम चेंज करके भोजपाल किए जाने की मांग की है। मनोज ने कहा कि भोपाल नवाब में पाकिस्तान बसा हुआ था। वे ये चाहते थे कि भोपाल पाकिस्तान का हिस्सा हो।
मनोज ने कहा कि एक जून के दिन 1949 में भोपाल में पहली बार तिरंगा फहराया गया था।कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि ये दोस्त मोहम्मद जैसे लुटेरे और नवाब हमीदुल्लाह जैसे आतंकी का नगर नहीं बल्कि ये राजा भोज का नगर है।
भोजपाल अब नही तो कब
उन्होंने कहा वो राजा भोज जो पालक थे, वो राजा भोज जो शिव भक्त थे। मुंतशिर ने कहा कि भोपाल का नाम बदलकर अब भोजपाल अब नही तो कब होगा। मुंतशिर ने कहा कि एक जून के दिन 1949 में भोपाल में पहली बार तिरंगा फहराया गया था। सभी सोचते होंगे कि देश तो 1947 में आजाद हुआ था, फिर दो साल बाद भोपाल में तिरंगा क्यों फहराया गया। गीतकार ने कहा कि एक लोभी नवाब ने भोपाल की आजादी काके अपनी मुट्ठी में कैद कर रखा था। इसलिए भोपालवासियों ने दो साल बाद आजादी की सांस ली थी। उन्होंने कहा कि भोपाल नवाब के कण-कण में पाकिस्तान समाया हुआ था। वे चाहते थे कि भोपाल, पाकिस्तान का हिस्सा हो।