योगी सरकार पार्ट 2 मंत्रिपरिषद में एक मात्र मुस्लिम मंत्री के रुप में शपथ लेने वाले दानिश आजाद अंसारी ने प्रदेश के मुस्लिम वोटरों को लेकर के बड़ा बयान दिया है। दानिश ने कहा है कि प्रदेश के मुसलमान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और देश की सबसे लोकप्रिय पार्टी भारतीय जनता पार्टी से बहुत प्यार करते हैं।
लखनऊ। योगी सरकार पार्ट 2 मंत्रिपरिषद में एक मात्र मुस्लिम मंत्री के रुप में शपथ लेने वाले दानिश आजाद अंसारी ने प्रदेश के मुस्लिम वोटरों को लेकर के बड़ा बयान दिया है। दानिश ने कहा है कि प्रदेश के मुसलमान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और देश की सबसे लोकप्रिय पार्टी भारतीय जनता पार्टी से बहुत प्यार करते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि मुसलमानों को भारतीय जनता पार्टी का काम पसंद है।
अंसारी ने कहा, ‘योगी जी और मोदी जी ने मुझे मंत्री की जिम्मेदारी दी है। मैंने युवाओं और समाज के दूसरे सभी वर्गों के सशक्तिकरण और कल्याण के लिए काम किया है। मंत्री के तौर पर अंसारी के नाम का चुनाव खास इसलिए भी है, क्योंकि वे मुस्लिम समुदाय से आते हैं। इस समुदाय को सियासी रूप से भाजपा का विरोधी माना जाता है। बता दें कि अंसारी को मोहसिन रजा के स्थान पर सरकार में शामिल किया गया है।
रजा भी पिछली सरकार में एकमात्र मुस्लिम मंत्री थे। ‘अंसारी ओबीसी मुस्लिम हैं। नए मंत्रालय में उन्हें शामिल कर भाजपा ने मुस्लिम ओबीसी मतदाताओं तक पहुंचने की कोशिश की है।’ इधर, अंसारी कहते हैं, ‘वह राय (सुन्नी मुसलमानों की) बदल गई है। योगी सरकार ने प्रभावी रूप से मुस्लिम समुदाय के सभी वर्गों के लिए काम किया है। राशन, आवास के लिए योजनाओं, आयुष्मान कार्ड ने सभी वर्गों को फायदा पहुंचाया है।
उन्होंने दावा किया कि करीब 10 फीसदी मुस्लिम आबादी ने यूपी विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए वोट दिया था। प्रचार में चुनौतियों को लेकर उन्होंने कहा, ‘आम मुसलमान मेरा विरोध नहीं करते हैं। जो अन्य पार्टियों से जुड़े हुए हैं या उनकी मानसिकता समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी है, वे ही मेरा विरोध करते हैं। आम मुसलमान को भाजपा का काम पसंद है।’यूपी बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के महासचिव दानिश राज्य मंत्री की शपथ लेने जा रहे हैं।
पिछली सरकार में वे उर्दू भाषा समिति के सदस्य थे। फिलहाल, अंसारी विधानसभा या विधानपरिषद के सदस्य नहीं है। अनुमान लगाया जा रहा है कि भाजपा ने उन्हें विधानपरिषद सदस्यता के लिए नामित कर सकती है। लखनऊ यूनिवर्सिटी से शिक्षा हासिल करने वाले अंसारी 2011 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में शामिल हुए थे। संगठन मं वे कई अहम पदों पर रहे और 2018 में भाजपा में शामिल हो गए। बलिया के रहने वाले अंसारी के पिता कि साड़ी की दुकान है और उनकी मां स्कूल प्रिंसिपल हैं।