सावन मास सुख और सौभाग्य ले कर आया है। इस मास में पड़ने वाले व्रत उपवास विशेष महत्व रखते है। सावन मास भगवन शिव को समर्पित है इस मास में भगवान शिव की अपार कृपा प्राप्त होती है।
Padmini Ekadashi 2023 : सावन मास सुख और सौभाग्य ले कर आया है। इस मास में पड़ने वाले व्रत उपवास विशेष महत्व रखते है। सावन मास भगवन शिव को समर्पित है इस मास में भगवान शिव की अपार कृपा प्राप्त होती है। इस मास में शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी मनोकामना पूर्ण करने वाली है। मान्यता है कि संतान सुख चाहने वाले भक्तों को इस एकादशी व्रत का पालन करना चाहिए। आइये जानते व्रत की तिथि् और पूजा की विधि के बारे में।
एकादशी व्रत का पालन करने से भक्तों को भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। पौराणिक कथाओं में वर्णित है कि जो भक्त पूरे मनोयोग से विधि विधान से पद्मिनी एकादशी व्रत का पालन करते है उनकी सभी मनोकामना पूर्ण होती है।
पद्मिनी एकादशी
इस साल 2023 में अधिक मास में पद्मिनी एकादशी 29 जुलाई को शनिवार के दिन आ रही है।
पद्मिनी एकादशी पारणा मुहूर्त
साल 2023 में पद्मिनी एकादशी का शुभ मुहूर्त 2 घंटे 42 मिनट का ही है. शाम 05:40:58 से 08:23:30 तक 30, जुलाई को है।
पद्मिनी एकादशी के दिन स्नानादि से निवृत होकर भगवान विष्णु की विधि पूर्वक पूजन करें। निर्जल व्रत रखकर पुराण का श्रवण अथवा पाठ करें। रात्रि में प्रत्येक प्रहर में भगवान विष्णु और भगवान शिव की पूजा करें। प्रत्येक प्रहर में भगवान को अलग अलग भेंट प्रस्तुत करें जैसे प्रथम प्रहर में नारियल, दूसरे प्रहर में बेल, तीसरे प्रहर में सीताफल और चौथे प्रहर में नारंगी और सुपारी निवेदित करें। द्वादशी के दिन प्रात: भगवान विष्णु की पूजा करें फिर ब्राह्मण को भोजन करवाकर दक्षिणा सहित विदा करें इसके पश्चात स्वयं भोजन करें।