HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. एस्ट्रोलोजी
  3. पंचांग • शुक्रवार, 17 सितंबर, 2021

पंचांग • शुक्रवार, 17 सितंबर, 2021

पंचांग 17/09/21, शुक्रवार यह पृष्ठ 17 सितंबर, 2021 को तिथि, नक्षत्र, अच्छा और बुरा समय आदि दिखाता है।

By प्रीति कुमारी 
Updated Date

पंचांग • शुक्रवार, 17 सितंबर, 2021

पढ़ें :- मंगलवार को करते हैं भगवान हनुमान जी की पूजा और व्रत, तो जरुर पता होनी चाहिए ये बातें

विक्रम संवत – 2078, आनंद
शक संवत – 1943, प्लावस
पूर्णिमांत – भाद्रपद
अमंत मास – भाद्रपद

तिथि
शुक्ल पक्ष एकादशी – 16 सितंबर 09:36 पूर्वाह्न – 17 सितंबर 08:08 पूर्वाह्न
शुक्ल पक्ष द्वादशी – 17 सितंबर 08:08 पूर्वाह्न – 18 सितंबर 06:54 पूर्वाह्न

नक्षत्र
श्रवण – 17 सितंबर 04:09 पूर्वाह्न – 18 सितंबर 03:36 पूर्वाह्न
धनिष्ठा – 18 सितंबर 03:36 पूर्वाह्न – 19 सितंबर 03:21 पूर्वाह्न

करण
विष्टी – 16 सितंबर 08:50 अपराह्न – 17 सितंबर 08:08 पूर्वाह्न
बावा – 17 सितंबर 08:08 पूर्वाह्न – 17 सितंबर 07:29 अपराह्न
बलवा – 17 सितंबर 07:29 अपराह्न – 18 सितंबर 06:54 पूर्वाह्न

पढ़ें :- 19 नवम्बर 2024 का राशिफल: इन राशि के लोगों को मिलेगा भाग्य का साथ

योग
अतिगंडा – 16 सितंबर 10:31 अपराह्न – 17 सितंबर 08:21 अपराह्न
सुकर्मण – 17 सितंबर 08:21 अपराह्न – 18 सितंबर 06:24 अपराह्न

वारा
शुक्रवार (शुक्रवार)

त्यौहार और व्रत
पार्श्व एकादशी
कन्या संक्रांति
विश्वकर्मा जयंती

सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय – 6:17 AM
सूर्यास्त – 6:24 अपराह्न
चंद्रोदय – सितम्बर 17 4:20 अपराह्न
चंद्रास्त – सितम्बर 18 3:27 AM

अशुभ काल
राहु – 10:50 पूर्वाह्न – 12:21 अपराह्न
यमगंडा – 3:23 अपराह्न – 4:53 अपराह्न
गुलिका – 7:48 पूर्वाह्न – 9:19 पूर्वाह्न
दुर मुहूर्त – 08:43 पूर्वाह्न – 09:31 पूर्वाह्न, 12:45 अपराह्न – 01:33 अपराह्न
वर्ज्यम – 07:33 पूर्वाह्न – 09:08 पूर्वाह्न

पढ़ें :- Tulsi Mala : तुलसी माला धारण के ये है नियम , ये ग्रह मजबूत होते  है

शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त – 11:57 पूर्वाह्न – 12:45 अपराह्न
अमृत ​​काल – 05:26 अपराह्न – 07:00 अपराह्न
ब्रह्म मुहूर्त – 04:41 पूर्वाह्न – 05:29 पूर्वाह्न

आनंददी योग
धूमरा (ठुमरा) तक – 03:36 AM
प्रजापति (धाता)

सूर्या रसी
कन्या (कन्या) में सूर्य

चंद्र रासी
चंद्रमा मकर (मकर) के माध्यम से यात्रा करता है

चंद्र मास
अमंता – भाद्रपद
पूर्णिमांत – भाद्रपद
शक वर्ष (राष्ट्रीय कैलेंडर) – भाद्रपद 26, 1943
वैदिक ऋतु – वर्षा (मानसून)
ड्रिक रितु – शरद (शरद ऋतु)

शुभ योग
सर्वार्थ सिद्धि – 17 सितंबर 06:17 पूर्वाह्न – 18 सितंबर 03:36 पूर्वाह्न (श्रवण और शुक्रवार)

पढ़ें :- Mokshada Ekadashi 2024: मोक्षदा एकादशी पर भगवान श्रीहरि की कृपा बरसती है , जानें तिथि - शुभ मुहूर्त और पूजन विधि

चंद्राष्टम
1. मृगशीर्ष अंतिम 2 पदम, आर्द्रा, पुनर्वसु प्रथम 3 पदम

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...