भारतीय पारंपरिक व्यंजन श्रंखला में सेहत की रखवाली करने वाले पकवान खाने की परंपरा रही है। सर्दियों के मौसम में सेहत सुरक्षित बनाये रखने के लिए पंचमेल दाल थाली में डॉक्टर का काम करती है।
Panchmel Dal : भारतीय पारंपरिक व्यंजन श्रंखला में सेहत की रखवाली करने वाले पकवान खाने की परंपरा रही है। सर्दियों के मौसम में सेहत सुरक्षित बनाये रखने के लिए पंचमेल दाल थाली में डॉक्टर का काम करती है। भोजन विशेषज्ञों के अनुसार, दाल हमारे पोषण में विशेष रोल अदा करती है। दाल को प्रोटीन का खजाना माना जाता हैं। कई दालों को एक साथ मिलाकर बनाने से आप कई पोषक तत्वों का लाभ मिलता है। फाइबर से भरपूर इन दालों को बनाने से पेट से जुड़ी कब्ज की समस्या भी दूर होती है। इसे पंचमेल दाल कहते है। पंचमेल दाल टेस्टी हेल्दी और परंपरागत व्यंजनों में से एक है। पंचमेल दाल प्रोटीन व अन्य पौष्टिक तत्वों का एक अच्छा स्रोत हैं।पंचमेल दाल में अरहर, चना, मूंग, मसूर और उड़द की पांच दालों का मिश्रण होता है।ये दाल ये कफ और पित्त की समस्या को कम करने में भी बेहद असरदार है।
स्किन में लाती है ग्लो
मसूर दाल का इस्तेमाल स्किन को खूबसूरत बनाने के लिए भी किया जाता है। तो इसे खाने से सेहत के साथ साथ आपकी स्किन ग्लो करती है। उड़द दाल में एंटी एजिंग गुण मौजूद होते हैं, जो असमय बुढ़ापे के असर को कम करते हैं।
पोषक तत्वों को पूरा करती है
दाल में प्रोटीन के साथ कैल्शियम फास्फोरस आयरन कार्बोहाइड्रेट मैग्नीशियम एवं अन्य खनिज लवण भी प्राप्त हो जाते हैं। जो स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने में भी मदद करते है और आपके शरीर में पोषक तत्वों की जरूरत को भी पूरा करते हैं।