Pakistan's terrorist conspiracy regarding Kashmir exposed: सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) से अनुच्छेद 370 (Article 370) हटाने के केंद्र सरकार के फैसले को वैध करार दिया। इसके साथ ही सीजेआई ने जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) का राज्य का दर्जा जल्द बहाल करने और चुनाव के लिए भी जल्द से जल्द कदम उठाने के निर्देश दिये हैं। वहीं, कश्मीर में चुनाव को लेकर पाकिस्तान में बौखलाहट साफा देखने को मिल रही है।
Pakistan’s terrorist conspiracy regarding Kashmir exposed: सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) से अनुच्छेद 370 (Article 370) हटाने के केंद्र सरकार के फैसले को वैध करार दिया। इसके साथ ही सीजेआई ने जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) का राज्य का दर्जा जल्द बहाल करने और चुनाव के लिए भी जल्द से जल्द कदम उठाने के निर्देश दिये हैं। वहीं, कश्मीर में चुनाव को लेकर पाकिस्तान में बौखलाहट साफा देखने को मिल रही है।
दरअसल, जम्मू-कश्मीर में चुनाव (Elections in Jammu and Kashmir) की सुगबुगाहट को देखते हुए पाकिस्तान के संरक्षण में बैठे आतंकवादियों के हैंडलर्स (Handlers of Terrorists) ने जम्मू कश्मीर में मौजूद आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) और लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) समेत तमाम आतंकवादी संगठनों को निर्देश दिया है कि वह आने वाले चुनाव के पहले कश्मीर में तबाही फैला दें। जिसको लेकर खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट भी जारी कर कहा है कि जम्मू-कश्मीर के बीजेपी नेताओं (BJP Leaders) को आतंकी निशाना बना सकते हैं।
खुफिया दस्तावेजों के मुताबिक, आतंकवादी संगठनों (Terrorist Organizations) को मिले निर्देश में कहा गया है कि विशेषकर वे कश्मीरी लीडर्स और कार्यकर्ता तथा अन्य लोग जो आने वाले चुनाव में भाग लेना चाहते हैं, उनको अपना निशाना बनाएं। खास तौर पर भाजपा के लोगों को चुन-चुन कर निशाना बनाया जाए। पाकिस्तानी आतंकवादी संगठनों की मंशा है कि अगर जम्मू-कश्मीर में तबाही का मंजर बनेगा तो स्थानीय लोग और स्थानीय नेता आने वाले चुनाव में हिस्सा लेने से बचेंगे।
वहीं, भारत कीखुफिया एजेंसियों की ओर से कहा गया है कि वह आतंकवादियों के शरणदाताओं की पहचान करें, जिससे आतंकवादियों को छुपाने का मौका ना मिल सके। फिलहाल पाक के इस नापाक कदम के बाद जम्मू कश्मीर में अनेक नेताओं की सुरक्षा बढ़ाई जा सकती है।