पतरातु की हरी भरी वादियां ,नीला आसमां,चहचहाते पक्षी , कलकल करती पानी की धाराएं , इसकी खूबसूरती को देख लगता है ये कहां आ गए हम। पतरातु की सुदरता को शब्दों में पिरोना नामुमकिन सा लगता है ।
Patratu Valley : पतरातु की हरी भरी वादियां ,नीला आसमां,चहचहाते पक्षी , कलकल करती पानी की धाराएं , इसकी खूबसूरती को देख लगता है ये कहां आ गए हम। पतरातु की सुदरता को शब्दों में पिरोना नामुमकिन सा लगता है । रांची से 50 किमी की दूरी पर स्थित है पतरातू डैम. जिसकी खूबसूरती देखते ही बनती है। खासकर के डैम पहुंचने से पहले जो घाटी है वो पर्यटकों को सबसे अधिक रोमांचित करती है।डैम से सटा पंच वाहिनी मंदिर भी खूब प्रसिद्ध है, जहां श्रद्धालुओं की भीड़ हमेशा लगती है। जब भी पर्यटक यहां आते हैं तो इस मंदिर में माथा जरूर टेकते हैं। फोरलेन के ठीक बगल में होने के कारण श्रद्धालुओं को यहां पहुंचने में काफी सहूलियत होती है।
नवंबर से लेकर मार्च तक प्रवासी पक्षी मंडराते रहते हैं। इन्हीं में से एक है साइबेरियन पक्षी। जो डैम की सुंदरता में चार चांद लगा देते हैं। इन प्रवासी पक्षियों की अठखेलियां देख पर्यटक रोमांचित होते हैं। नये साल में पिकनिक मनाने के लिए यहां पर्यटकों की खासी भीड़ उमड़ती है।पतरातू बांध सुबह 9 से शाम 5 बजे तक नौका विहार सेवाएं प्रदान करता है।
इस घाटी में ऊंचे ऊंचे पहाड़ ,पेड़ पौधे और पहाड़ों के बीच से रास्ता ,रास्तों से गुजरने पर ऐसा मनोरम नजारा देखने को मिलता है। झारखंड सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा Patratu Lake Resort का निर्माण करवाया गया है । दूर दूर से आए सैलानी यहां की Sunset के दृश्य का आनंद लिए बगैर कभी नहीं जाते । Sunset का मनोरम दृश्य देखने के लिए नाव के जरिए Patratu Island Point में पहुंचा जा सकता है ।