पितृ पक्ष (Pitru Paksha) का असर कुछ कारोबार पर अधिक तो कुछ पर कम पड़ा है। सबसे अधिक सोने चांदी का प्रभावित हुआ है। करीब 25 फीसदी तक गिरावट दर्ज की गयी है।व्यापारियों के अनुसार लोग अभी बुकिंग कराकर नवरात्रों में डिलेवरी लेने की बात कह रहे हैं। कारोबारियों का मानना है कि पितृ पक्ष के बाद कारोबार में तेजी से उछाल आएगा। पितृ पक्ष (Pitru Paksha) के दौरान कुल व्यापार में 10 फीसदी की गिरावट आयी है।
नई दिल्ली। पितृ पक्ष (Pitru Paksha) का असर कुछ कारोबार पर अधिक तो कुछ पर कम पड़ा है। सबसे अधिक सोने चांदी का प्रभावित हुआ है। करीब 25 फीसदी तक गिरावट दर्ज की गयी है।व्यापारियों के अनुसार लोग अभी बुकिंग कराकर नवरात्रों में डिलेवरी लेने की बात कह रहे हैं। कारोबारियों का मानना है कि पितृ पक्ष के बाद कारोबार में तेजी से उछाल आएगा। पितृ पक्ष (Pitru Paksha) के दौरान कुल व्यापार में 10 फीसदी की गिरावट आयी है।
हिंदू धर्म की सनातन संस्कृति (Sanatan Culture of Hinduism) में 16 दिवसीय पितृ पक्ष पखवाड़ा ( Pitru Paksha Pandharwada ) माना जाता है। इस दौरान सभी प्रकार के मांगलिक, वैवाहिक और अन्य शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। ज्यादातर लोग इस दौरान आवश्यक सामान की ही खरीदारी ही करते हैं।
कंफडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (Confederation of All India Traders) के महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल (General Secretary Praveen Khandelwal) ने बताया कि पितृ पक्ष (Pitru Paksha)में कुल मिलाकर 10 फीसदी का व्यापार कम हुआ है। सबसे ज्यादा प्रभावित सोने चांदी का कारोबार हुआ है, इसमें 25 फीसदी तक गिरावट आयी है। क्योंकि सोना चांदी शुभ कार्य के लिए खरीदा जाता है और पितृ पक्ष में लोग सोना चांदी नहीं खरीदते हैं। वे बताते हैं कि यह 16 दिन व्यापारी के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन होते हैं, आने वाले पूरे साल के व्यापार कि योजना इन 15/16 दिन में करनी होती है।
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंन (FADA) के सीईओ सहर्ष दमानी बताते हैं कि पितृ पक्ष ( Pitru Paksha) का असर उत्तर भारत में होता है, दक्षिण भारत में बिक्री पर कोई प्रभाव नहीं है। उत्तर भारत में इस दौरान लोग बुकिंग नहीं कराते हैं, लेकिन जिन लोगों को वाहन नवरात्रों में चाहिए, पहले ही बुक करा चुके हैं। इस समय भले ही उत्तर भारत में वाहनों की बिक्री में कमी देखी जा रही हो, लेकिन पूरे माह की बिक्री में कोई असर नहीं पड़ता है, क्योंकि जो अभी डिलेवरी नहीं ले रहे हैं, वे नवरात्रों में लेंगे।
एनसीआर(NCR) के संत ज्वैलर्स के मोहित सोनी (Mohit Soni of Sant Jewelers) बताते हैं कि कारोबार में 50 फीसदी से अधिक की गिरावट देखी गयी है। इस दौरान लोग नया सामान खरीद नहीं रहे हैं, वे पसंद कर आइटम बुकिंग करा रहे हैं और आइटम नवरात्रों उठाने की बात कर रहे हैं। उनका मानना है कि इस तरह का ट्रेंड हर वर्ष आता है। नवरात्रों से बाजार चढ़नी शुरू हो जाती है. जो अगले छह माह तक चलती रहती है।
वहीं, इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोएिसशन मुंबई (Indian Bullion Jewelers Association Mumbai) के अध्यक्ष कुमार जैन बताते हैं कि यहां पितृ पक्ष का ज्यादा असर नहीं पड़ता है, क्योंकि मुंबई में लोगों के पास जब समय मिलता है, खरीदारी करने निकल जाते हैं। इसके अलावा अभी सोना सस्ता है और आगे महंगा होने की संभावना है, इस वजह से भी लोग सोने की खरीदारी कर रहे हैं।