भारतीय ज्योतिष विज्ञान में बृहस्पति ग्रह को शुभ ग्रह माना जाता है। बृहस्पति ग्रह को ज्ञान, धर्म, विवाह, संतान आदि के लिए प्रभावकारी माना जाता है। 20 जून को देवगुरु बृहस्पति की चाल में परिवर्तन होने जा रहा है।
भारतीय ज्योतिष विज्ञान में बृहस्पति ग्रह को शुभ ग्रह माना जाता है। बृहस्पति ग्रह को ज्ञान, धर्म, विवाह, संतान आदि के लिए प्रभावकारी माना जाता है। 20 जून को देवगुरु बृहस्पति की चाल में परिवर्तन होने जा रहा है। बृहस्पति ग्रह का वक्री होना कुछ राशियों के लिए बेहद शुभ रहने वाला है। देवगुरु बृहस्पति 20 जून को कुंभ राशि में वक्री गति से चलेंगे। इसके बाद बृहस्पति ग्रह 18 अक्टूबर 2021 को पुन: मार्गी होंगे। हालांकि ज्योतिष विज्ञान के अनुसार गुरु मकर राशि में गोचर करने लगेंगे जहां पहले से ही शनि विराजमान हैं। गुरु अपनी वक्री अवस्था में 14 सितंबर को मकर राशि में प्रवेश करेंगे और मार्गी भी इसी राशि में होंगे। फिर इसके कुछ समय बाद 21 नवंबर को गुरु फिर से कुंभ राशि में आ जाएंगे।
मेष राशि
समाज में सम्मान बढ़ेगा। आर्थिक पक्ष भी मजबूत होगा। धन प्राप्ति के नए स्रोत सृजित होंगे। नई योजनाएं सफल हो सकती है। नया रोजगार मिलने की पूरी उम्मीद है। पदोन्नति हो सकती है।
सिंह राशि
जातकों को वैवाहिक जीवन में अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। व्यापार में लाभ मिलने की पूरी संभावना है। संपत्ति में बढ़ोतरी हो सकती है और धार्मिक कार्यों में रुचि ले सकते हैं।
वृश्चिक राशि
यात्राओं से लाभ मिलेगा। धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। वाहन सुख की प्राप्ति के आसार रहेंगे। धन लाभ होने की संभावना है। देवगुरु बृहस्पति की अपार कृपा बनी रहेगी।
धनु राशि
व्यापार में अच्छा लाभ मिल सकता है। सुख सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी, लेकिन प्रेम संबंधों में तनाव रह सकता है जो आपसी सूझबूझ से दूर किया जा सकता है। जल्दबाजी में कोई भी फैसला न लें। किसी करीबी रिश्ते में खटास आ सकती है।
मीन राशि
मीन राशि के छात्रों के लिए यह समय शुभ संदेश लेकर आएगा। शिक्षा के क्षेत्र में सफलता मिलेगी। कई मामलों में भाग्योदय होगा, जिससे लाभ होने की पूरी संभावना है। सेहत में सुधार हो सकता है। धन से जुड़े मामलों में लाभ हो सकता है।