Pregnancy Risks Solution: प्रेगनेंसी (Pregnancy Risks) में ज्यादातर महिलाओं को कोई न कोई समस्या आती है। इसकी वजह पोषक तत्वों की कमी या आतंरिक भाग में कोई दिक्कत हो सकती है। ऐसे में कई महिलाओं को गर्भ धारण करने में भी परेशानी आती हैं।
आपको बता दें, अगर आप भी इन्हीं में से एक हैं तो आपके निर्गुण्डी का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है। ये एक प्राकृतिक जड़ी बूटी (jadi booti) है। ये स्किन, बालों और पेट की तकलीफों के लिए लाभकारी होता है।
निर्गुण्डी के सेवन फायदेमंद
- निर्गुण्डी में विटामिन और खनिज पदार्थ प्रचुर मात्रा में होते हैं। रोजाना करीब 200 मिलीग्राम की मात्रा में इसके रस के सेवन से बनने में आ रही रुकावटें दूर होंगी।
- प्रेगनेंसी के दौरान जी मिचलाने और थकान लगने की समस्या हो तो गर्म पानी में निर्गुण्डी के पत्तों को उबाल कर छान लें। अब इसे हर्बल चाय की तरह पिएं। इससे परेशानी दूर होगी।
- निर्गुण्डी में एंटी-बैक्टीरिया और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं। ये घाव को जल्दी भरने में मदद करते हैं। इसके पत्तों को पीसकर प्रभावित स्थान पर लगाने से संक्रमण नहीं होता है।
- निर्गुण्डी के चुर्ण का सेवन करने से पेट अच्छे से साफ होता है। इससे कब्ज, पेट फूलने, पेंट में ऐंठन आदि की समस्याएं खत्म होती हैं।
- निर्गुण्डी का प्रयोग स्किन के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण मुंहासों एवं दानों को ठीक करने में मदद करता है।
- निर्गुण्डी के तेल बालों के लिए भी बहुत उपयोगी होता है। इसे लगाने से बालों की रूसी खत्म होती है। साथ ही बालों का झड़ना भी बंद होता है।
- अगर किसी को ब्रोंकाइटिस, अस्थमा और निमोनिया जैसी बीमारी है तो निर्गुण्डी को हर्बल टी के तौर पर इस्तेमाल करें। इससे श्वांस नली को राहत मिलेगी।
- निर्गुण्डी के रस के सेवन से सर्दी-जुकाम, खांसी और वायरल बुखार से भी बचा जा सकता है।
- निर्गुण्डी का उपयोग इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करता है। इसके रोजाना सेवन से शरीर स्वस्थ बनता है।
- निर्गुण्डी के पत्ते स्किन के लिए फायदेमंद होते हैं। इसका पेस्ट चेहरे पर लगाने से ब्लैकहेड्स की समस्या से छुटकारा मिलता है।