UPSC CSE Result: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सर्विस परीक्षा का परिणाम मंगलवार को जारी कर दिया गया है। परीक्षा में इशिता किशोर (Ishita Kishore) ने टॉप किया है। इशिता किशोर (Ishita Kishore) , उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा की रहने वाली है। उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई दिल्ली यूनिवर्सिटी से की है। उन्हें मधुबनी पेंटिंग का शौक है।
UPSC CSE Result: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सर्विस परीक्षा का परिणाम मंगलवार को जारी कर दिया गया है। परीक्षा में इशिता किशोर (Ishita Kishore) ने टॉप किया है। इशिता किशोर (Ishita Kishore) , उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा की रहने वाली है। उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई दिल्ली यूनिवर्सिटी से की है। उन्हें मधुबनी पेंटिंग का शौक है।
इशिता किशोर (Ishita Kishore) ने दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री राम कॉलेज ऑफ कार्मस से इकनॉमिक्स में पढ़ाई की है। इसके बाद उन्होंने एक मल्टीनेशनल कंपनी में बतौर रिस्क एडवाइजर की नौकरी की।लेकिन, भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाने का सपना उन्हें सिविल सेवा परीक्षा की तरफ ले आया।
इशिता किशोर (Ishita Kishore) ने मुझे नहीं पता कि वास्तव में मेरे लिए क्या काम आया, लेकिन व्यक्तिगत रूप से मैंने मुख्य परीक्षा पर अभ्यास करने, पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को देखने, समाचार पत्रों से नोट्स बनाने और उन्हें संशोधित करने का प्रयास किया। मुझे लगता है कि उन सभी ने मिलकर मुझे परीक्षा पास करने में मदद की।
तीसरे प्रयास में पाई सफलता
इशिता किशोर के पिता एअरफोर्स में अफसर हैं और पूरा परिवार ग्रेटर नोएडा में रहता है। इशिता ने साल 2014 में बाल भारती से 12वीं की पढ़ाई पूरी की इसके बाद 2017 में श्रीराम कॉलेज ऑफ कामर्स से इकोनॉमिक्स ऑनर्स से ग्रेजुएशन पूरा किया। UPSC परीक्षा में ये उनका तीसरा अटेंप्ट था।
पिता को देखकर बनाया लक्ष्य
इशिता आज रिजल्ट का इंतजार कर रही थीं, लेकिन उन्हें ये अंदाजा नहीं था कि वो ऑल इंडिया टॉपर बनेंगी। जैसे ही रिजल्ट आया तो उनका नाम हर तरफ छा गया। उन्होंने अपनी मां को ये बात बताई तो वो भी खुशी से झूमने लगीं। इशिता ने बताया कि मैंने अपने पिता को हमेशा देश सेवा में तत्पर देखा है। इसलिए बचपन में ही मुझे पिता को देखकर ख्याल आ गया था कि मैं भी बड़ी होकर देश हित में ही कोई ऐसा जॉब करूंगी जिससे पापा की तरह वतन की सेवा कर सकूं।
घर पर रहकर की पढ़ाई
इशिता ने बताया कि उन्होंने यूपीएससी के लिए घर से ही पढ़ाई की। उनके ऑप्शनल सब्जेक्ट पॉलिटिकल साइंस और इंटरनेशनल रिलेशन थे। तीसरा अटेंप्ट था तो क्या ऐसा महसूस हो रहा था कि इस बार आपका चांस है? इशिता ने कहा कि इंटरव्यू के वक्त उम्मीद सभी एस्पिरेंट्स रखते हैं। काफी मेहनत की थी तो मुझे ये तो यकीन था कि इस बार निकाल दूंगी।
विषम परिस्थियों को बावजूद बिहार की गरिमा लोहिया UPSC की सेकेंड टॉपर बनी
विषम परिस्थियों को बावजूद बिहार की गरिमा लोहिया UPSC की सेकेंड टॉपर बनी हैं। गरिमा बक्सर की रहने वाली हैं। इन्होंने बक्सर से ही प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण कर दिल्ली से ग्रेजुएशन किया। 2015 में पिता का निधन हो गया था। सोशल मीडिया से मोटिवेशन मिलने के बाद इन्होंने सिविल सेवा की परीक्षा की तैयारी शुरू किया। जब तक गरिमा पढ़ाई करतीं थीं, मां जगी रहती थीं। गरिमा को भरोसा था कि यूपीएससी क्रेक कर लेंगी लेकिन वो AIR-2nd टॉपर होंगी इसका अंदाजा उन्हें नहीं था। इस कामयाबी के बाद गरिमा लोहिया और उनके परिवार को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। पिपरपाती रोड बंगला घाट पर लोग बधाई देने के लिए पहुंच रहे हैं। गरिमा के मन मुताबिक पोस्ट मिलनी तय है।
बताई तैयारी की स्ट्रैटजी
गरिमा ने कहा कि मैं बहुत खुश हूं कि मैंने एक छोटे शहर में रहकर बड़ा सपना देखा और आज ये सपना सच भी हुआ है। मैंने किसी टाइमटेबल को फॉलो कर तैयारी नहीं की। किसी किसी दिन 8-9 घंटे तक पढ़ाई की तो कभी 2-3 घंटे ही की। जरूरी ये है कि आप खुद अपने लिया स्ट्रैटजी बनाएं और हर दिन कुछ न कुछ पढ़ें। कामयाबी के लिए कंसिस्टेंसी जरूरी है।
8 साल पहले उठा पिता का साया
गरिमा लोहिया बक्सर, बिहार से हैं. यहीं के वुड स्टॉक स्कूल से पढ़ाई की है। पिता नारायण प्रसाद लोहिया का निधन 8 साल पहले ही हुआ है। गरिमा ने कोरोना लॉकडाउन के दौरान UPSC की तैयारी का फैसला किया और पूरी लगन से प्रिपरेशन में लग गईं। अपने पहले प्रयास में उन्हें कामयाबी नहीं मिली मगर दूसरे अटेम्प्ट में उन्होंने पूरे देश में दूसरा स्थान हासिल किया है।
घर पर रहकर की तैयारी
गरिमा ने घर पर रहकर पढ़ाई करने की ठानी। उन्होंने कहा कि’जरूरी नहीं कि तैयारी के लिए किसी बड़े शहर जाया जाए और महंगी कोचिंग की जाए। आपको जहां बैठना पढ़ना सुविधाजनक लगता है, वहीं बैठकर पढ़ाई करें। मैंने घर पर रहकर पढ़ने का फैसला इसलिए किया क्यों जब भी हम कभी डीमोटिवेटेड फील करते हैं, तब फैमिली का सपोर्ट बहुत काम आता है। उन्होंने किताबों से खुद पढ़कर और ऑनलाइन स्टडी मटीरियल की मदद से पढ़ाई की और कामयाबी हासिल की।
टॉप 4 में महिलाओं का डंका
बता दें कि संघ लोक सेवा आयोग (UPSC ) के सिविल सर्विसेज परीक्षा के फाइनल रिजल्ट में इस साल भी महिलाओं ने अपना दबदबा कायम रखा, टॉप 4 में महिलाए ही हैं, जिसमें इशिता किशोर ने AIR 1 पर शामिल हैं। उसके बाद बिहार की गरिमा लोहिया, उमा हरथी एन और स्मृति मिश्रा भी टॉपरों की लिस्ट में शुमार हैं। पिछले साल, श्रुति शर्मा ने UPSC CSE 2021 परीक्षा में अखिल भारतीय रैंक 1 हासिल किया था।
परीक्षा के फाइनल में कुल 933 परीक्षार्थी सफल घोषित हुए हैं।इनमें 345 कैडिडेट्स अनारक्षित श्रेणी से चयनित हुए हैं। जबकि EWS कोटे से 90, OBC कोटे से 263, SC से 154 अभ्यर्थी और ST से 72 परीक्षार्थियों ने सफलता पाई है। इसके अलावा 178 कैंडिडेट्स की रिजर्व लिस्ट भी बनाई गई है। यूपीएससी के रिजल्ट में 180 अभ्यर्थियों को IAS के लिए सलेक्ट किया गया है।