देश की राजनीति में जब पूरा विपक्ष 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए एक अदद प्रधानमंत्री पद के चेहरे की तलाश में जुटा हुआ है। इसी दौरान पश्चिम बंगाल की क्षेत्रीय पार्टी टीएमसी ने एक बड़ा सियासी बम फोड़ा है। टीएमसी ने राहुल गांधी को नहीं बल्कि ममता बनर्जी को नरेंद्र मोदी के सामने सबसे बड़ा और मजबूत चेहरा माना है।
पश्चिम बंगाल। देश की राजनीति में जब पूरा विपक्ष 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए एक अदद प्रधानमंत्री पद के चेहरे की तलाश में जुटा हुआ है। इसी दौरान पश्चिम बंगाल की क्षेत्रीय पार्टी टीएमसी(TMC) ने एक बड़ा सियासी बम फोड़ा है। टीएमसी ने राहुल गांधी को नहीं बल्कि ममता बनर्जी को नरेंद्र मोदी के सामने सबसे बड़ा और मजबूत चेहरा माना है। अक्सर देखा और लोगो के द्वारा सुना जाता है कि नरेंद्र मोदी(NARENDRA MODI) का विकल्प विपक्ष की ओर से आखिर कौन होगा। ये अड़चन भी भाजपा को मानसिक बल प्रदान करता है।
इस बड़ी वजह के कारण ही विपक्ष बेहतर तरीके से वर्तमान सरकार का सामना करने और मुद्दों पर विरोध करने में नाकाम रहा है। साल 2024 में लोकसभा का चुनाव होना है। इससे पहले देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस सभी विपक्षी पाटियों को एक साथ लामबंद करना चाहती है। इसका उदाहरण भी पेगासस(PEGASUS) जासूसी कांड के दौरान सरकार का विरोध करते हुए देखने को मिला है जब राहुल गांधी सभी विपक्षी पाटियों के साथ कई बार मीटिंग करते हुए नजर आये। दरअसल टीएमसी का एक मुखपत्र ‘जागो बांग्ला'(JAGO BANGLA) शीर्षक के साथ एक कवर स्टोरी छपने के बाद इस मामले ने तूल पकड़ा है।
इस स्टोरी में टीएमसी के लोकसभा के नेता सुदीप बंदोपाध्याय के हवाले से लिखा गया है कि ‘राहुल गांधी विफल रहे ममता वैकल्पिक चेहरा’। टीएमसी के वरिष्ठ नेता कुणाल घोष ने इस मुद्दे पर कहा कि हम कांग्रेस का अपमान नहीं कर रहे हैं, ना ही हम उनके बिना केंद्र में जाना चाहेंगे। लेकिन पिछले कुछ दिनों में नरेंद्र मोदी के सामने कोई बड़ा चेहरा उभर के सामने आया है वो ममता बनर्जी हैं। हालांकि कांग्रेस के राज्य प्रमुख(STATE HEAD)अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि इस मामले पर मुंह खोलना जल्दबाजी होगी। कांग्रेस(INC) टीएमसी के इस बयान को ज्यादा महत्व देते नजर नहीं आई है।