पंजाब के मशहूर गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Musewala) की हत्या मामले भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बुधवार को बड़ा बयान दिया है। पंजाब की भगवंत मान सिंह सरकार पर निशाना साधते हुए राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि सिद्धू की सिक्युरिटी हटाए जाने के फैसले की जांच होनी चाहिए।
नई दिल्ली। पंजाब के मशहूर गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Musewala) की हत्या मामले भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya Kisan Union) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने बुधवार को बड़ा बयान दिया है। पंजाब की भगवंत मान सिंह सरकार पर निशाना साधते हुए राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि सिद्धू की सिक्युरिटी हटाए जाने के फैसले की जांच होनी चाहिए।
सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Musewala) की हत्या पर दुख जताते हुए कहा कि वे अच्छे कलाकार थे। ऐसे कलाकार देश की धरोहर होते हैं। गैंगवार के कारण उनकी हत्या हुई है। पंजाब में इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। इसलिए इंटेलीजेंस की रिपोर्ट के अनुसार जिसको सिक्युरिटी की जरूरत है, उसे सिक्युरिटी देनी चाहिए। सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Musewala) की सिक्युरिटी वापस लिए जाने की भी जांच होनी चाहिए।
सिद्धू मूसेवाला की 29 मई को हुई थी हत्या
सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Musewala) की हत्या 29 मई को हुई थी। पंजाब के जिला मनसा में बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया। बदमाश बोलेरो सहित एक अन्य कार में आए और सिद्धू की गाड़ी को घेर लिया। इसके बाद बदमाशों ने सिद्धू पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाना शुरू कर दिया। बदमाशों ने सिद्धू की कार पर 35 से 40 राउंड फायर किए। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश मौके से फरार हो गए। घटना के बाद सिद्धू की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई। सिद्धू के अलावा गाड़ी में 2 और लोग भी मौजूद थे। इस हमले की जिम्मेदारी लारेंस बिश्नोई गैंग ने ली है।
किसानों की याद में बने स्मारक का किया उद्घाटन
बता दें कि राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) जींद के जीगुलकनी गांव में बुधवार को किसान बलिदान दिवस मनाया । यहां पर उन्होंने किसान आंदोलन में मारे गए किसानों को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उन्होंने विभिन्न किसान आंदोलनों में अपनी जान गंवाने वाले किसानों की याद में गांव में बनाए स्मारक का भी उद्घाटन किया। राकेश टिकैत के अलावा राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा सहित कई नेता इस मौके पर मौजूद थे।