गन्ने का समर्थन मूल्य (Support Price of Sugarcane) पहले पंजाब और फिर इसके बाद हरियाणा सरकार (Haryana Government) ने बढ़ा दिया है। इसके बाद अब सबकी निगाहें यूपी सरकार (UP Government) पर लगी हैं। बता दें कि यूपी में आगामी विधानसभा चुनाव में योगी सरकार को जाना है। ऐसे में गन्ने का समर्थन मूल्य (Support Price of Sugarcane) यूपी में भी बढ़ने के आसार हैं। फिलहाल गन्ने का समर्थन मूल्य (Support Price of Sugarcane) यूपी 325, पंजाब 350 और हरियाणा में अब बढ़कर 352 रुपये हो गया है।
नई दिल्ली। गन्ने का समर्थन मूल्य (Support Price of Sugarcane) पहले पंजाब और फिर इसके बाद हरियाणा सरकार (Haryana Government) ने बढ़ा दिया है। इसके बाद अब सबकी निगाहें यूपी सरकार (UP Government) पर लगी हैं। बता दें कि यूपी में आगामी विधानसभा चुनाव में योगी सरकार को जाना है। ऐसे में गन्ने का समर्थन मूल्य (Support Price of Sugarcane) यूपी में भी बढ़ने के आसार हैं। फिलहाल गन्ने का समर्थन मूल्य (Support Price of Sugarcane) यूपी 325, पंजाब 350 और हरियाणा में अब बढ़कर 352 रुपये हो गया है।
इसी बीच भारतीय किसान यूनियन (Indian Farmer’s Union) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) का कहना है कि अगर यूपी सरकार गन्ने पर 100 रुपए समर्थन मूल्य बढ़ाती है। तो योगी जी ( Yogi Adityanath) को नंबर 1 मुख्यमंत्री कहेंगे। राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने बताया कि बीएसपी ने अपने राज में 80 रुपये, सपा ने 60 रुपए बढ़ाया था, लेकिन बीजेपी ने अब तक सिर्फ 10 रुपये ही बढ़ाए हैं। इसीलिए योगी जी ताकतवर मुख्यमंत्री माने जाते हैं। उनके पास गन्ने पर 100 रुपये समर्थन मूल्य बढ़ाकर पंजाब हरियाणा सरकारों से आगे निकलने का मौका है।
योगी सरकार (Yogi Government) ने तीन साल पहले गन्ने के समर्थन मूल्य (Support Price of Sugarcane) पर 10 रुपये की बढ़ोत्तरी की थी, लेकिन उसके बाद गन्ना दाम परामर्श कमेटी ने भी उप्र में 400 रुपये प्रति क्विंटल दाम बढ़ाने का सुझाव दिया था, लेकिन फिलहाल वो ठंडे बस्ते में है. किसानों का कहना है कि डीजल के दाम ढाई गुने हो गए हैं। बिजली के दाम ढाई गुने हैं। गन्ने का दाम तीन साल से वही है।
प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर यूपी सरकार (UP Government) पर निशाना साधा है। कुछ दिन पहले पंजाब में किसानों को खुश करने के लिए गन्ने के सरकारी दाम में 50 रुपये की बढ़ोत्तरी की गई है। उसके बाद किसान यूनियन के कुछ किसान कैप्टन अमरिंदर का मुंह मीठा कराते दिखे। ऐसे में तमाम लोग आरोप लगा रहे हैं कि पंजाब में कांग्रेस केंद्र सरकार के प्रति नरमी बरत रही है। ऐसे में राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) का ये बयान अहम माना जा रहा है।