दिल्ली की सीमाओं पर 378 दिनों डेरा से डाले किसानों का आंदोलन (Kisan Andolan) आखिरकार स्थगित हो गया है। इसके साथ ही किसानों ने कहा कि सरकार मांगें पूरी करने के अपने वादे से जरा भी हिली तो प्रदर्शन फिर शुरू होगा। बता दें कि एमएसपी (MSP) से लेकर किसानों पर लगे केस की वापसी को लेकर सरकार ने आंदोलनकारियों की लगभग सारी मांगें मान ली हैं।इसी बीच भारतीय किसान यूनियन (Bharatiya Kissan Union) के प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि हमारे मन में सरकार के लिए कोई खटास नहीं है। हमारे बीच समझौता हो गया है।
नई दिल्ली। दिल्ली की सीमाओं पर 378 दिनों डेरा से डाले किसानों का आंदोलन (Kisan Andolan) आखिरकार स्थगित हो गया है। इसके साथ ही किसानों ने कहा कि सरकार मांगें पूरी करने के अपने वादे से जरा भी हिली तो प्रदर्शन फिर शुरू होगा। बता दें कि एमएसपी (MSP) से लेकर किसानों पर लगे केस की वापसी को लेकर सरकार ने आंदोलनकारियों की लगभग सारी मांगें मान ली हैं।
इसी बीच भारतीय किसान यूनियन (Bharatiya Kissan Union) के प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि हमारे मन में सरकार के लिए कोई खटास नहीं है। हमारे बीच समझौता हो गया है। उन्होंने कहा कि आंदोलन में शामिल लोगों को हर साल मिलाने के लिए 8-10 दिनों का एक मेला लगाया जाएगा। हम चाहते थे कि 10 तारीख से ही किसान अपने घरों को जाने लगें, लेकिन हेलिकॉप्टर क्रैश (Helicopter crash) में सीडीएस बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) और अन्य अधिकारियों के निधन के शोक के बीच हम खुशियां नहीं मनाना चाहते। इसलिए हमने 11 तारीख से विजय मनाने और वापस लौटने का फैसला किया है।
किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा है कि 15 से 16 दिसंबर तक गाजीपुर बॉर्डर (Ghazipur Border) पूरी तरह खाली हो जाएगा। उन्होंने कहा कि हम कोशिश करेंगे कि 12 दिसंबर तक कम से कम एक रोड पूरी खुल जाए।