आजकल की रफ्तार भरी जिंदगी में चुस्त दुरुस्त रहने के लिए ड्राई फ्रूट का नियमित सेवन बहुत जरूरी है। इससे शरीर को पोषण मिलता है।
Raw vs Roasted Nuts : आजकल की रफ्तार भरी जिंदगी में चुस्त दुरुस्त रहने के लिए ड्राई फ्रूट का नियमित सेवन बहुत जरूरी है। इससे शरीर को पोषण मिलता है। ड्राई फ्रूट पोषक तत्वों का खजाना है। इसको नियमित सेवन के लिए कुछ लोग इसे भूनकर खाते है। बड़ा सवाल ये है कि ड्राई फ्रूट को किस तरह खाना चाहिए? भूनकर या फिर भिगोकर या कच्चा। आइये जानते है।
फाइबर और मल्टी न्यूट्रिएंट्स होते हैं
दरअसल, ड्राई फ्रूट्स में कई प्रकार के फाइबर और मल्टी न्यूट्रिएंट्स होते हैं जो कि भूनने के दौरान गायब हो सकते हैं। इसके अलावा ड्राई फ्रूट में जिंक, पोटेशियम और मैग्निशियम जैसे ट्रेस मिनरल्स भी होते हैं जो कि ज्यादा तापमान के संपर्क में आने से समाप्त हो जाते हैं। इसके अलावा ड्राई फ्रूट्स को भूनकर खाना इसके फाइबर और रफेज का भी नुकसान करता है। तो, आपको इसको भूनकर खाने से बचना चाहिए।
छुहारे को दूध में उबालकर खाएं
आप कुछ ड्राई फ्रूट्स को पहले भिगोकर खा सकते है। भिगोने से उनकी प्राकृतिक शर्करा (natural sugar) निकलने में भी मदद मिलती है, जो उन्हें एक स्वास्थ्यवर्धक नाश्ता (healthy snack) विकल्प बनाती है। इसलिए सूखे मेवों और मेवों को उसी तरह भिगोना जरूरी है, जैसे हम विभिन्न अनाजों, दालों और फलियों को भिगोते हैं जैसे कि अंजीर, खजूर, काजू, किशमिश और बादाम को भिगोकर ही खाना चाहिए। बाकी अखरोट और पिस्ता आप ऐसे भी खा सकते हैं। इसके अलावा आपको मखाना और छुहारे को दूध में उबालकर या इसके साथ लेना चाहिए। मूंगफली और मखाने को भूनकर खाएं।
धीमी आंच में भून सकते है
ड्राई फ्रूट नहीं पचते तो आपको इन्हें भूनकर खाना खा सकते हैं लेकिन भूनने में तेल के इस्तेमाल से बचना। आप इसे धीमी आंच में भून सकते है।