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Repo Rate Update: लोन महंगे हुए या सस्ते, EMI पर कितनी मिली राहत? जानें- आरबीआई का फैसला

Repo Rate Update: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) ने आज शुक्रवार को मौद्रिक समीक्षा बैठक के फैसलों के बारे में जानकारी दी। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति ने 4:2 के बहुमत से पॉलिसी रेपो रेट को 6.5% पर अपरिवर्तित रखने का फैसला किया है। यानी सस्ते लोन और EMI में कटौती की उम्मीद लिए बैठे लोगों के एक बार फिर मायूसी हाथ लगी है।

By Abhimanyu 
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Repo Rate Update: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) ने आज शुक्रवार को मौद्रिक समीक्षा बैठक के फैसलों के बारे में जानकारी दी। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति ने 4:2 के बहुमत से पॉलिसी रेपो रेट को 6.5% पर अपरिवर्तित रखने का फैसला किया है। यानी सस्ते लोन और EMI में कटौती की उम्मीद लिए बैठे लोगों के एक बार फिर मायूसी हाथ लगी है।

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आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) का कहना है, “इस साल की दूसरी तिमाही में वास्तविक GDP में 5.4% की वृद्धि, अनुमान से बहुत कम रही। वृद्धि में यह गिरावट औद्योगिक वृद्धि में पहली तिमाही के 7.4% से दूसरी तिमाही में 2.1% तक की भारी गिरावट के कारण हुई, जो विनिर्माण कंपनियों के कमजोर प्रदर्शन, खनन गतिविधि में संकुचन और बिजली की कम मांग के कारण हुई। हालांकि, विनिर्माण क्षेत्र में कमज़ोरियां व्यापक आधार पर नहीं थीं, बल्कि पेट्रोलियम उत्पादों, लोहा और इस्पात तथा सीमेंट जैसे विशिष्ट क्षेत्रों तक सीमित थीं।”

आरबीआई गवर्नर ने कहा, “आगे बढ़ते हुए, अब तक उपलब्ध उच्च आवृत्ति संकेतक बताते हैं कि घरेलू आर्थिक गतिविधि में मंदी इस साल की दूसरी तिमाही में कम हो गई और उसके बाद से यह मजबूत त्यौहारी मांग और ग्रामीण गतिविधियों में तेजी के कारण ठीक हो गई है। कृषि विकास को खरीफ फसल उत्पादन, जलाशयों के उच्च स्तर और बेहतर रूबी बुवाई से समर्थन मिला है। औद्योगिक गतिविधि के सामान्य होने और पिछली तिमाही के निचले स्तर से उबरने की उम्मीद है…”

गौरतलब है कि हर दो महीने में होने वाली आरबीआई की मौद्रिक समीक्षा बैठक में आरबीआई शक्तिकांत दास समेत छह सदस्य महंगाई समेत अन्य मुद्दों और बदलावों पर चर्चा करते हैं। इस दौरान रेपो रेट पर फैसला काफी अहम होता है, क्योंकि इसका सीधा संबंध बैंक लोन से है। दरअसल, रेपो रेट (Repo Rate) के कम होने से लोन की ईएमआई घट जाती है और इसमें इजाफा होने से ये बढ़ जाती है। केंद्रीय बैंक ने आखिरी बार फरवरी 2023 में रेटो रेट बदला था, तब इसे 25 बेसिस पॉइंट बढ़ाकर 6.50 फीसदी कर दिया था।

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