नई दिल्ली: तमिलनाडु की राजनीति में एक के बाद एक नाटकीय घटनाक्रम जारी है। पहले तो जेल की सजा पूरी कर बाहर निकली शशिकला के पार्टी में वर्चस्व को लेकर ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (एआईएडीएमके) में उथल-पुथल शुरू हुई थी। जिस पर शशिकला केे संन्यास की घोषणा विराम लग गया। हालांकि संन्यास की घोषणा के 48 घंटे के भीतर ही शशिकला ने एक बार फिर राजनीति में वापसी के संकेत दिए हैं।
अन्नाद्रमुक पार्टी से निष्कासित नेता वीके शशिकला ने बुधवार को राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा की थी। उन्होंने मीडिया को जारी अपने पत्र में कहा था कि वह चाहती हैं कि सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक एकजुट रहे ताकि विपक्षी द्रमुक पार्टी को हराया जा सके। अब शुक्रवार को वीके शशिकला ने साफ कर दिया है कि तमिलनाडु की राजनीति से उनका पटाक्षेप नहीं हुआ है। उन्होंने कहा है कि अगर आगामी विधानसभा चुनाव में अन्नाद्रमुक पार्टी को मुंह की खानी पड़ती है तो वो सक्रिय राजनीति में वापसी कर सकती हैं।
दरअसल, वर्तमान में एआईएडीएमके पार्टी में खींचतान की स्थिति है। पूरी पार्टी दो धड़ों मुख्यमंत्री ई. पलानीसामी (ईपीएस) और उप-मुख्यमंत्री ओ. पनीरसेल्वम (ओपीएस) में बंटी हुई है। ऐसे में शशिकाल ने स्पष्ट किया है कि अगर आपसी अंतर्कलह की वजह से राज्य में अन्नाद्रमुक पार्टी सत्ता खोती है तो पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता की पार्टी को पुन: शीर्ष पर लाने के लिए वो राजनीति में वापस आएंगी।