महादेव के प्रिय माह सावन का इंतजार भक्तों बेसबी रहता है। पूरे सावन माह में हर तरफ बम बम भोले नाथ की जयकार सुनाई देती है। शिवालयों में शिवलिंग पर जल अर्पित करने केलि भक्तों की लंबी लंबी कतारें लगी रहती है।
Sawan 2024: महादेव के प्रिय माह सावन का इंतजार भक्तों बेसबी रहता है। पूरे सावन माह में हर तरफ बम बम भोले नाथ की जयकार सुनाई देती है। शिवालयों में शिवलिंग पर जल अर्पित करने केलि भक्तों की लंबी लंबी कतारें लगी रहती है। महादेव (Lord Shiva) को प्रसन्न करने के लिए भक्त गण इस माह में उनका प्रिय पौधा (Plant) लगाते है।
पंचांग के अनुसार, इस साल सावन का महीना 22 जुलाई से शुरू हो रहा है और सावन का समापन 19 अगस्त में हो जाएगा। सावन के दिनों में खासतौर से सावन सोमवार का महत्व होता है। 21 जुलाई के दिन आषाढ़ पूर्णिमा है जिसके अगले दिन से सावन लग जाएगा और 19 अगस्त के दिन श्रावण पूर्णिमा के साथ ही सावन के महीने का समापन हो जाएगा।
शास्त्रों के अनुसार, भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए घर में सावन के महीने में बेल का पौधा लगाया जा सकता है। बेलपत्र (Belpatra) या बेल के पत्तों का भगवान शिव की पूजा में अत्यधिक महत्व होता है। माना जाता है कि भोलेनाथ की पूजा में बेलपत्र का इस्तेमाल किया जाए तो जातक की पूजा सफल हो जाती है।भगवान शंकर को तीन पत्तियों वाला बेलपत्र अत्यंत इन्हें 11, 21 की तरह शुभ अंकों में चढ़ाने से लाभ होगा।
एक अन्य कथा के अनुसार बेलपत्र की तीन पत्तियां भगवान शिव के तीन नेत्रों का प्रतीक हैं। यानी शिव का ही रूप है, इसलिए बेलपत्र को अत्यंत पवित्र माना जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, देवी पार्वती ने शिव भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कठिन तपस्या किया था। देवी पार्वती तपस्या की अवधि में बेलपत्र का प्रसाद ग्रहण करती थीं।
वास्तु शास्त्र में बेल के पेड़ और पौधे को इतना शुभ बताया गया है कि इस एक पौधे का घर में होना घर के सारे वास्तु दोष खत्म कर देता है। शिव पुराण के अनुसार जिस जगह पर बेलपत्र का पौधा लगा होता है वह जगह काशी तीर्थ के समान पवित्र और पूजनीय हो जाती है।