सावन माह भगवान शिव शंभू की उपासना का विशेष अवसर है। इसे शिव मास भी कहा जाता है। सवन मास में शिवालयों में शिव भक्तों की लंबी कतारें हर हर महादेव का जयघोष करते हुए भगवान शिव को जल अर्पित करती है।
सावन सोमवार 2022 : सावन माह भगवान शिव शंभू की उपासना का विशेष अवसर है। इसे शिव मास भी कहा जाता है। सवन मास में शिवालयों में शिव भक्तों की लंबी कतारें हर हर महादेव का जयघोष करते हुए भगवान शिव को जल अर्पित करती है। आज यानि 1 अगस्त को सावन माह का तीसरा सोमवार का व्रत है और इस दिन भी पूरे भक्ति भाव से भगवान शिव शंभू की सेवा पूजा की जाती है। भगवान शिव शंभू का पूजन करते समय कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
पूजन विधि
शिवालय में शिवलिंग पर जल अर्पित करने के बाद बेलपत्र, धतूरा, शमी, फूल और भांग भी अर्पित करें। बेलपत्र अर्पित कर रहे हैं तो ध्यान रखें कि बेलपत्र खंडित यानि कहीं से कटा नहीं होना चाहिए। बेलपत्र के तीनों पत्तों पर चंदन लगाएं और जिस तरफ से पत्ता चिकना होता है उस तरफ अर्पित कर।ं
सोमवार का व्रत
सावन के सोमवार का व्रत पालन कर रहे भक्तों को इस दिन नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन एक ही समय भोजन ग्रहण करने का नियम है।
आरती पढ़ना न भूलें
विधि-विधान से पूजन करने के बाद भगवान शिव की अराधना करें और शिव चालीसा का पाठ करें. साथ ही शिव तांडव स्रोत और शिवजी की आरती पढ़ना न भूलें.