धार्मिक ग्रंथों में भगवान शिव को जगत का आधार कहा गया है। भगवान भोलेनाथ के साथ माता पार्वती विराजती है। जगत में गृहस्थ जीवन की खुशहाली के लिए भगवान शिव की सेवा पूजा की जाती है।
Sawan Somwar 2022 : धार्मिक ग्रंथों में भगवान शिव को जगत का आधार कहा गया है। भगवान भोलेनाथ के साथ माता पार्वती विराजती है। जगत में गृहस्थ जीवन की खुशहाली के लिए भगवान शिव की सेवा पूजा की जाती है। घर परिवार की सुख शांति के लिए गृहस्वामिनी भगवान शिव से वर मांगती है। इसी तरह दांपत्य जीवन को खुशहाल रखने के लिए लोग भगवान शिव की पूजा भक्ति करते है। भगवान भोलेनाथ के बारे में कहा गया है कि वे बहुत ही सरल हैं और अपने भक्तों पर शीघ्र कृपा करते है। सनातन धर्म में सावन माह को बहुत पवित्र माना जाता है। भगवान शिव की इस मास में पूजा अर्चना की जाती है।
सावन के सोमवार को लोग व्रत उपवास रह कर भगवान को जल अर्पित करते हैं। दांपत्य जीवन को खुशहाल बनाने के लिए इस माह में में पड़ने वाले सोमवार को व्रत रख बाबा भोलेनाथ से सुखमय जीवन की कामना करने से जीवन के कष्ट दूर हो जाते है। सोमवार के दिन दंपत्ति पूजा की थाली सजा कर भगवान शिव को जल अर्पित करें और शिवलिंग पर बेलपत्र,शमी और आंकड़े का फूल चढ़ाकर भगवान को प्रसन्न करें।
सावन का दूसरा सोमवार 25 जुलाई, 2022 को पड़ने वाला है।सावन सोमवार को शाम के वक्त भगवान शिव की आरती करने के बाद उनके समक्ष घी का दीपक जला सकते हैं। इसके अलावा शिव चालीसा का पाठ भी किया जा सकता है। मान्यता है कि ऐसा करने से दांपत्य जीवन से जुड़ी दिक्कतें दूर हो जाती हैं। ऐसे पूरे सावन मास में कर सकते हैं। भगवान शिव की पूजा के बाद असहाय और गरीब लोगों को अन्न ,वस्त्र और दवाइयां दान करने का विशेष फल है।