जीवन को उल्लसपूर्वक जीने के लिए लिए कुछ नियमों का पालन करना बहुत जरूरी है। जीवन जीने के लिए बने नियमों के बारे शास्त्रों विस्तार पूर्वक बताया गया है।
Shakun Shastra : जीवन को उल्लसपूर्वक जीने के लिए लिए कुछ नियमों का पालन करना बहुत जरूरी है। जीवन जीने के लिए बने नियमों के बारे शास्त्रों विस्तार पूर्वक बताया गया है। शकुन शास्त्र में जीवन शैली में से जुड़े सभी अंगों के बारे में कारण सहित बताया गया है। पैरों की शोभा बढ़ाने के लिए जूते चप्प्पलों का पहनना जीवन शैली का हिस्सा है। जूते चप्पल पहनने के बाद घर में उसे कहां रखा जाय इसके लिए नियम बने है। इधर उधर जूते चप्पलों को रखने से घर में निगेटिव एनर्जी फैलती है। इससे घर के सदस्यों को परेशानियों का समाना करना पड़ता है। शकुन शास्त्र के अनुसार, घर में जूते चप्पल कहां रखे जाय इस बारे बताया गया है। आइये जानतें है।
1.पुराने जूते-चप्पल घर में रखने से नकारात्मक ऊर्जा फैलती है। ऐसी दशा में मानसिक और आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
2.पूजा घर या किचन की दीवार से सटाकर जूते-चप्पल के रैक को कभी भी नहीं रखना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है।
3.उत्तर दिशा या आग्नेय कोण और ईशान कोण में जूते-चप्पल की रैक या आलमारी नहीं बनवानी चाहिए।
4.बिस्तर के नीचे जूते-चप्पल रखने से स्वास्थ्य प्रभावित होता है।