जब हम किसी कार्य में सफलता प्राप्त करते है या असफलता प्राप्त करते है तो दोनों ही स्थितियों परिणाम का मूल्यांकन करते है। शुभ -अशुभ का विचार चिंतन में सदैव साथ चलता रहता है।
shakun shastra: जब हम किसी कार्य में सफलता प्राप्त करते है या असफलता प्राप्त करते है तो दोनों ही स्थितियों परिणाम का मूल्यांकन करते है। शुभ- अशुभ का विचार चिंतन में सदैव साथ चलता रहता है। शुभ- अशुभ संकेतों के बारे बहुत अधिक जानकारी न होने पर उस समय यह आवश्यकता पड़ती है कि किसी तरह हमें उन संकतों के बारे में सटीक पता चले कि संकेतों के पीछे छुपे रहस्यों का राज क्या है। शुभ -अशुभ के विचार पर शकुन शास्त्र में विस्तृत रूप से बताया गया है।आईये जानतें है जीवन से जुड़े कुछ ऐसे ही शुभ एवं अशुभ शकुन के बारे में।