अगर कोई बात-बात गालियां देता है। तो यह सभ्य समाज में अच्छा नहीं माना जाता है, लेकिन क्या आपको पता है कि गाली देने से आपका दिमाग स्वस्थ रहता है? बता दें कि किसी से नाराज होने या किसी गलत बात पर रिएक्ट करने से हमारा दिल और दिमाग, दोनों शांत हो जाते हैं।
नई दिल्ली। अगर कोई बात-बात गालियां देता है। तो यह सभ्य समाज में अच्छा नहीं माना जाता है, लेकिन क्या आपको पता है कि गाली देने से आपका दिमाग स्वस्थ रहता है? बता दें कि किसी से नाराज होने या किसी गलत बात पर रिएक्ट करने से हमारा दिल और दिमाग, दोनों शांत हो जाते हैं। इससे मन को बहुत सुकून मिलता है। अगर आपके मुंह से न चाहते हुए भी कहीं गाली निकल जाती है और आपको शर्मिंदगी भी नहीं होती है। तो इसका मतलब है कि आपका दिमाग कई तरह के फ्रस्ट्रेशन को दूर कर देता है। यह खुलासा न्यू जर्सी की कीन यूनिवर्सिटी में हुए एक शोध में हुआ है।
आए दिन कई बार खुशी या लड़ाई के मौकों पर हम अपने दोस्तों के सामने गाली निकाल देते हैं। इससे दोस्त नाराज भी हो जाते हैं, लेकिन अक्सर देखा जाता है कि गालियां देने के बाद हमें कुछ सुकून मिलता है। इससे हम रिलैक्स फील करते हैं। ऐसा लगता है कि जैसे दिल पर रखा बोझ हल्का हो गया है। कई लोग अपनी खुशी का इजहार भी गाली देकर ही करते हैं।
भड़ास निकालने से तरोताजा रहता है दिमाग
अगर आप गुस्से में गाली देते हैं तो अब साइंस ने भी आपको सही करार दे रहा है। कीन यूनिवर्सिटी की स्टडी के अनुसार, गाली देने से हमारी परेशानियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। यूनिवर्सिटी ने कुछ छात्रों के गाली देने पर रिसर्च की है। स्टूडेंट्स के हाथों को इस दौरान खूब ठंडे पानी में डाला गया। जो छात्र इस प्रक्रिया के दौरान गाली दे रहे थे, वे अपना हाथ ज्यादा देर तक पानी में डाले रखने में सफल रहे। दूसरी तरफ, जो छात्र गाली नहीं दे रहे थे, उन्होंने थोड़ी देर में ही अपना हाथ पानी से बाहर खींच लिया था।