सहरसा से दिल्ली जा रही स्पेशल ट्रेन बाराबंकी के बुढ़वल रेलवे स्टेशन पर रोक दी गई। मालगाड़ी क्रॉस होने के बाद यात्री ट्रेन चलने का इंतजार करते रहे। जब घंटाभर से ट्रेन स्टेशन पर खड़े खड़े यात्रियों के सब्र का बांध टूट गया तो पूछताछ करने लगे।
Shocking News: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां बुढ़वल रेलवे स्टेशन पर ट्रेन ड्राईवर और गार्ड ये कह कर चले गए कि उनकी ड्यूटी का टाईम खत्म हो गया। जिससे यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सहरसा से दिल्ली जा रही स्पेशल ट्रेन बाराबंकी के बुढ़वल रेलवे स्टेशन पर रोक दी गई। मालगाड़ी क्रॉस होने के बाद यात्री ट्रेन चलने का इंतजार करते रहे। जब घंटाभर से ट्रेन स्टेशन पर खड़े खड़े यात्रियों के सब्र का बांध टूट गया तो पूछताछ करने लगे।
इस पर बताया गया कि ट्रेन ड्राईवर और गार्ड की ड्यूटी का टाइम खत्म हो गया था तो वह चले गए। ऐसे में करीब 2500 यात्री फंस गए। नाराज यात्रियों ने प्रदर्शन करना शुरु कर दिया। जब इस सब की सूचना उच्चाधिकारियों को मिली तो गोंडा से ड्राईवर व गार्ड भेजे गए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस दौरान करीब साढ़े तीन घंटे तक यात्री भूख और प्यास से जूझते रहे। शाम करीब पौने पांच बजे ट्रेन रवाना की गई।
बुधवार को दिन में करीब सवा एक बजे सहरसा से दिल्ली जा रही स्पेशल ट्रेन बुढ़वल स्टेशन पर रुकी। इस दौरान एक मालगाड़ी पास हुई। यात्री क्रासिंग के कारण ट्रेन को खड़ी करना समझ रहे थे मगर एक घंटा बीत गया।
ट्रेन को सिग्नल नहीं मिला और वह नहीं चली। इस पर कई यात्री स्टेशन पर उतर आए और हंगामा करना शुरु कर दिया। इसके बाद स्टेशन अधीक्षक की नींद खुली। वह जब ट्रेन के इंजन के पास आए तो चालक व गार्ड ने कहा अब उनकी ड्यूटी का टाइम खत्म हो गया है।
उन लोगो ने कहा कि तबीयत भी सही नहीं है इसलिए ट्रेन आगे नहीं ले जाएंगे। इतना कहकर उन्होंने मेमो दिया और बुढ़वल स्टेशन चले गए। इसके बाद यात्री और भड़क गए। सैकड़ों की संख्या में यात्री प्लेटफार्म और ट्रेन के दूसरी ओर उतरे और रेल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। करीब 2:20 मिनट पर अधीक्षक ने ड्राईवर व गार्ड को भेजा गया। ड्राइवर और गार्ड आए तब जाकर 4 बजकर 50 मिनट पर ट्रेन आगे के लिए रवाना हुई।