ज्योतिष शास्त्र के अनुसार,शुक्र देव जीवन में सुख के प्रदाता है। सभी ऐशो-आराम और सुख-सुविधाएं इसी ग्रह से मिलती हैं। ग्रह मंडल में शुक्र देव को विलासिता का देवता कहा गया है।
Shukra Gochar : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार,शुक्र देव जीवन में सुख के प्रदाता है। सभी ऐशो-आराम और सुख-सुविधाएं इसी ग्रह से मिलती हैं। ग्रह मंडल में शुक्र देव को विलासिता का देवता कहा गया है। 5 दिसंबर 2022 को शुक्र ग्रह वृश्चिक राशि से निकलकर धनु राशि में परिवर्तन करने वाला है। शुक्र ग्रह को विलासितापूर्ण वस्तुओं का ग्रह माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वृषभ और तुला राशि के स्वामी शुक्र कन्या राशि में नीच प्रभाव के और मीन राशि में उच्च के होते हैं। शुक्र को प्रबल बनाने के लिए सफेद कपड़े, सुंदर वस्त्र, चावल, घी, चीनी आदि का दान करना चाहिए। इसके अलावा श्रृंगार सामग्री, कपूर, मिश्री, दही इत्यादि का भी दान कर सकते हैं।
मेष: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्र ग्रह का राशि परिवर्तन मेष राशि के जातकों के लिए शुभ होने वाला है। मेष राशि में शुक्र ग्रह का गोचर भाग्य अथवा धन भाव में होने से इस राशि के जातकों को करियर में अचानक से तरक्की मिलेगी।
सिंह: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन जातकों की राशि सिंह है उनके लिए शुक्र ग्रह का गोचर शुभ फलदायी माना जा रहा है। कार्यस्थल पर सरकारी और अधिकारी का पूरा सहयोग मिलेगा।
वृश्चिक: शुक्र ग्रह का गोचर लाभकारी रहेगा. शुक्र ग्रह वृश्चिक राशि के दूसरे भाव में प्रवेश करेगा जिसके कारण इस राशि के जातकों को हर सुख-सुविधा प्राप्त होगी साथ ही विलासितापूर्ण वस्तु का आनंद उठाएंगे।
तुला : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन जातकों की राशि तुला है उनके लिए शुक्र ग्रह का राशि परिवर्तन शुभ रहेगा।