सोमालिया की राजधानी मोगादिशु में शनिवार को हुए 2 कार बम धमाकों में 100 लोगों की मौत होने की खबर है। इसके साथ ही कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं जिससे मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। राष्ट्रपति हसन शेख मोहम्मद ने रविवार तड़के घटनास्थल पर कहा कि धमाकों में लगभग 300 लोग घायल हुए हैं। उन्होंने इन हमलों को बेहद क्रूर और कायरतापूर्ण कृत्य करार दिया।
मोगादिशु। सोमालिया की राजधानी मोगादिशु में शनिवार को हुए 2 कार बम धमाकों में 100 लोगों की मौत होने की खबर है। इसके साथ ही कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं जिससे मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। राष्ट्रपति हसन शेख मोहम्मद ने रविवार तड़के घटनास्थल पर कहा कि धमाकों में लगभग 300 लोग घायल हुए हैं। उन्होंने इन हमलों को बेहद क्रूर और कायरतापूर्ण कृत्य करार दिया।
The person who took this video is a fellow journalist working in #Somalia the large piece of glass landed on the mattress following twin blasts in Mogadishu #Zoope #Mogadishu an hour ago. This is his room and the aftermath. He is alive & safe. The face of #Terrorism is cruel pic.twitter.com/hTONHQZOoo
— Eric Njoka 🇰🇪 (@eriknjoka) October 29, 2022
फिलहाल किसी समूह ने इन हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली है। हालांकि, सोमालिया सरकार ने इन हमलों के लिए अल-कायदा से जुड़े अल-शबाब आतंकवादी समूह को जिम्मेदार ठहराया है, जो राजधानी में अक्सर हमले करता रहा है। मोगादिशु में ये हमले उस दिन हुए, जब राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और अन्य वरिष्ठ अधिकारी अल-शबाब सहित अन्य आतंकवादी समूहों से निपटने के विस्तारित प्रयासों पर चर्चा करने के लिए बैठक कर रहे थे।
शिक्षा मंत्रालय की चारदीवारी के बाहर हुआ धमाका
अधिकारियों ने बताया कि पहला धमाका शिक्षा मंत्रालय की चारदीवारी के बाहर हुआ, जबकि दूसरे विस्फोट में एक व्यस्त रेस्तरां को निशाना बनाया गया। एम्बुलेंस सेवा के निदेशक अब्दुलकादिर अदन ने एक ट्वीट में कहा कि पहले हमले में घायल लोगों की मदद करने वाली एक एम्बुलेंस भी दूसरे विस्फोट से नष्ट हो गई।
The magnitude of today's explosion in #Mogadishu and the damage it caused. #Somalia pic.twitter.com/5NR3kTti3S
— GAROWE ONLINE (@GaroweOnline) October 29, 2022
प्रत्यक्षदर्शी अब्दिरजाक हसन ने बताया कि ‘जमीन पर पड़े शवों की नहीं कर सका गिनती’
एक प्रत्यक्षदर्शी अब्दिरजाक हसन ने बताया कि जब दूसरा धमाका हुआ, तब मैं 100 मीटर दूर था। मैं जमीन पर पड़े शवों की गिनती नहीं कर सका। लोगों के चीखने और चिल्लाने की आवाज आ रही थी। कई लोग मदद की गुहार लगा रहे थे। अक्टूबर 2017 में इसी जगह हुए ट्रक बम धमाके में 500 लोगों की मौत हो गई थी। उस हमले के बाद से यह क्षेत्र में सबसे घातक हमला है।