South Korea GPS Jamming Attack : तकनीकी विकास ने आज लोगों की जिंदगी को काफी आसान बना दिया है। हम हर क्षेत्र में इसका इस्तेमाल से धड़ल्ले से कर रहे हैं, लेकिन कुछ देश तकनीक का इस्तेमाल अपने शत्रु देशों के खिलाफ कर रहे हैं, जो मानवता के लिए एक बड़ा खतरा बनता जा रहा है। इसका ताजा उदाहरण, कथित तौर पर नॉर्थ कोरिया की ओर से साउथ कोरिया पर जीपीएस जैमिंग अटैक है। जिसमें सैकड़ों लोगों की जान जा सकती थी।
South Korea GPS Jamming Attack : तकनीकी विकास ने आज लोगों की जिंदगी को काफी आसान बना दिया है। हम हर क्षेत्र में इसका इस्तेमाल से धड़ल्ले से कर रहे हैं, लेकिन कुछ देश तकनीक का इस्तेमाल अपने शत्रु देशों के खिलाफ कर रहे हैं, जो मानवता के लिए एक बड़ा खतरा बनता जा रहा है। इसका ताजा उदाहरण, कथित तौर पर नॉर्थ कोरिया की ओर से साउथ कोरिया पर जीपीएस जैमिंग अटैक है। जिसमें सैकड़ों लोगों की जान जा सकती थी।
दरअसल, साउथ कोरिया ने नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन पर उसके खिलाफ जीपीएस जैमिंग अटैक करने का आरोप लगाया है। साउथ कोरिया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने कहा कि शुक्रवार और शनिवार को पश्चिमी सीमावर्ती शहर केसोंग और हेजू के नजदीक जीपीएस सिग्नल में नॉर्थ कोरिया ने हेराफेरी की है। उसकी इस हरकत ने दर्जनों नागरिक फ्लाइट्स और कई जहाजों को बाधित किया है। साउथ कोरिया ने अपने पश्चिमी सीमा क्षेत्र में विमानों और जहाजों को अलर्ट रहने की चेतावनी जारी की है।
साउथ कोरिया ने कहा कि वह नॉर्थ कोरिया से जीपीएस बाधित की उकसावे वाली हरकतों को तुरंत बंद करने की अपील करता है। सख्त चेतावनी भी देता है कि इसके परिणामस्वरूप होने वाले घटना के लिए नॉर्थ कोरिया पूरी तरह से जवाबदेह ठहराया जाएगा। साउथ कोरिया की सेना ने पीले सागर में जहाजों और विमानों को ऐसे हमलों से सावधान रहने की चेतावनी दी। इससे पहले मई महीने में भी नॉर्थ कोरिया ने जीपीएस सिग्नल को जाम करने की कोशिश की थी। हालांकि, उस समय किसी सैन्य अभियान में कोई बाधा नहीं आई थी।
एक्सपर्ट्स की मानें तो जीपीएस जैमिंग अटैक से विमान अपना रास्ता भटक सकते हैं और दुर्घटना होने की आशंका बढ़ जाती है। इसके कारण दर्जनों फ्लाइट्स आपस में टकराकर दुर्घटनाएं हो सकती हैं। जिसमें सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा बैठेंगे। यह अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों का उल्लंघन है। बता दें कि पिछले कुछ समय से नॉर्थ कोरिया और साउथ कोरिया के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। इससे पहले नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग कचरे से भरे गुब्बारे साउथ कोरिया में छोड़े थे।