देश आजादी के अमृत महोत्सव मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हर घर तिरंगा अभियान को सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। इसी बीच संभल लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि तिरंगा यात्रा 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी है।
संभल। देश आजादी के अमृत महोत्सव मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हर घर तिरंगा अभियान को सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। इसी बीच संभल लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि तिरंगा यात्रा 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी है। बीजेपी वाले देश के लोगों के हाथों में तिरंगा थमा कर रैलियां निकलवा रहे हैं। तिरंगे से किसे प्यार नहीं है? लोग तिरंगा लगाते हैं। सांसद ने कहा कि तिरंगा यात्रा को लेकर बीजेपी की नियत साफ नहीं है, इसके जरिए मकसद सिर्फ अपनी पार्टी को फायदा पहुंचाना है।
मीडिया से बातचीत में सांसद बर्क ने कहा कि जहां तक झंडे का ताल्लुक है, वह हिंदुस्तान का है। उसकी मुखालफत कौन करता है? सवाल इनके मिशन का है। इसके पीछे क्या है? इससे ये अपनी पार्टी को आगे बढ़ना चाहते है। अपनी ताकत दिखना चाहते हैं कि जनता आज उनके साथ है। बर्क ने आगे कहा कि तिरंगे का इस्तेमाल सियासत के लिए नहीं करना चाहिए। हिंदुस्तान का सिर ऊंचा करने का नाम तिरंगा है।
वफादारी कुर्बानी से नापी जाएगी, न कि तिरंगा झंडा लगाने से
इतना ही नहीं सपा सांसद ने नागुपर के आरएसएस मुख्यालय पर तिरंगे को लेकर फिर हमला बोला है। कहा कि आप नागपुर चले जाइये वहां कहां झंडा लगाया जाता है? और आरएसएस के लोग उस वक्त कहां गए थे। जब देश को आज़ाद कराने को लोग कुर्बानी दे रहे थे? हिन्दू-मुसलमानों ने मिलकर देश को आज़ाद कराया है । उन्होंने कहा कि आदमी की वफादारी जब नापी जाएगी तो वो कुर्बानी से नापी जाएगी, न कि तिरंगा झंडा लगाने से।
बीजेपी ने किया बड़ा पलटवार
समाजवादी पार्टी के सांसद बर्क के हमले पर बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने पलटवार करते हुए कहा कि उनकी उम्र ज्यादा हो गई है। इसलिए अब उनकी याददाश्त ठीक नहीं रहती। उन्होंने कहा कि सपा सांसद आरएसएस मुख्यालय जाकर देक्झन वहां तिरंगा झंडा तब से फहर रहा है। जब से सुप्रीम कोर्ट ने सार्वजानिक स्थलों पर लगाने की अनुमति दी है। उन्होंने कहा कि यह कोई राजनीतिक यात्रा अभियान नहीं है। आज़ादी के अमृत महोत्सव में सभी लोग मिलजुलकर हिस्सा ले रहे हैं।