अदाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में बुधवार को तेजी का रुख रहा। अदाणी एंटरप्राइजेज आज छह दिन की लगातार बढ़त के बाद एक महीने के उच्चतम स्तर पर बंद हुआ। समूह के कुछ शेयरों में आज भी अपर सर्किट लगा।
नई दिल्ली। अदाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में बुधवार को तेजी का रुख रहा। अदाणी एंटरप्राइजेज आज छह दिन की लगातार बढ़त के बाद एक महीने के उच्चतम स्तर पर बंद हुआ। समूह के कुछ शेयरों में आज भी अपर सर्किट लगा।
अदाणी समूह द्वारा समय से पहले 7,374 करोड़ रुपये (900 मिलियन अमरीकी डालर से अधिक) के शेयर-आधारित कर्ज को चुकाने की घोषणा के बाद अदाणी समूह के शेयरों में निवेशकों का भरोसा और मजबूत हुआ है। आपको बता दें कि कल अदाणी ग्रुप ने कहा था कि वह इस महीने के अंत तक ऐसे सभी शेष कर्जों का भुगतान कर देगा।
उधर एनएसई और बीएसई ने सोमवार को घोषणा की कि प्रमुख अदाणी एंटरप्राइजेज को अल्पकालिक अतिरिक्त निगरानी उपाय (एएसएम) ढांचे से बाहर कर दिया जाएगा। इस ऐलान के बाद समूह के शेयरों और भी मजबूत हुए।
रॉकेट बने अदाणी एंटरप्राइजेज के शेयर
लगातार छठे दिन बढ़त हासिल करने करते हुए बीएसई पर अदाणी एंटरप्राइजेज के शेयर 2.86 प्रतिशत चढ़कर 2,039.65 रुपये पर बंद हुए। फर्म का बाजार पूंजीकरण बढ़कर 2.32 लाख करोड़ रुपये हो गया। छह दिनों की स्टॉक लगभग 70 प्रतिशत बढ़ गया है।
इसके अलावा, अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (APSEZ) के शेयर 3.22 प्रतिशत बढ़कर 712.75 रुपये पर बंद हुए। अदाणी पावर 186.75 रुपये पर, अदाणी ट्रांसमिशन 819.90 रुपये पर, अदाणी ग्रीन एनर्जी 619.60 रुपये पर, अदाणी टोटल गैस 861.90 रुपये पर और अदाणी विल्मर 461.15 रुपये पर बंद हुआ।
एक्सचेंज पर अपने ऊपरी मूल्य बैंड को हिट करते हुए इन कंपनियों के शेयरों में 5 प्रतिशत की उछाल दिखी। NDTV के शेयर 4.94 प्रतिशत की तेजी के साथ 242.40 रुपये पर बंद हुए। अंबुजा सीमेंट्स 1.69 प्रतिशत चढ़कर 392.05 रुपये पर और एसीसी 1.03 प्रतिशत बढ़कर बीएसई पर 1,885 रुपये पर बंद हुआ।
सोमवार को आठ सूचीबद्ध अदाणी समूह की फर्मों के शेयर लाभ के साथ बंद हुए और अदाणी एंटरप्राइजेज 5 प्रतिशत से अधिक चढ़ गया था.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और बीएसई ने सोमवार को घोषणा की कि वे अडानी एंटरप्राइजेज को 8 मार्च से अल्पकालिक अतिरिक्त निगरानी उपाय (एएसएम) ढांचे से बाहर कर देंगे। पिछले महीने दोनों एक्सचेंजों ने अदाणी एंटरप्राइजेज सहित अदाणी समूह की तीन कंपनियों को अल्पकालिक अतिरिक्त निगरानी उपाय ढांचे के तहत रखा था।