आज के विद्यार्थी पाठ्यक्रम की पाठ्यचर्या तक सीमित न रहें। उनके पास नवाचार और शोध के लिए असीम अवसर हैं। ऊंची उड़ान भरें, लेकिन पैर जमीन पर ही रखें। घमंड न करें। प्रदेश का भविष्य और स्वरुप प्राविधिक शिक्षा से जुड़े विद्यार्थियों की क्षमताओं पर निर्भर करता है। अतः विद्यार्थियों को सिर्फ डिग्री लेने तक सीमित नहीं रहना है। शोध और नवाचार के कार्य भी सम्पादित करें, जिससे उनकी एम्प्लोयबिलिटी बढ़ सके।
लखनऊ। आज के विद्यार्थी पाठ्यक्रम की पाठ्यचर्या तक सीमित न रहें। उनके पास नवाचार और शोध के लिए असीम अवसर हैं। ऊंची उड़ान भरें, लेकिन पैर जमीन पर ही रखें। घमंड न करें। प्रदेश का भविष्य और स्वरुप प्राविधिक शिक्षा से जुड़े विद्यार्थियों की क्षमताओं पर निर्भर करता है। अतः विद्यार्थियों को सिर्फ डिग्री लेने तक सीमित नहीं रहना है। शोध और नवाचार के कार्य भी सम्पादित करें, जिससे उनकी एम्प्लोयबिलिटी बढ़ सके। विद्याथियों का भविष्य सुधारने के लिए प्रयास करना हमारा कर्तव्य है। मैं खासतौर पर विद्यार्थियों से मिलने एवं उनकी बात सुनने आया हूं। सरकार का उद्देश्य विद्यार्थियों को विश्वस्तरीय अवसर प्रदान कर आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयत्न करना है। यह बातें प्राविधिक शिक्षा मंत्री जितिन प्रसाद (Technical Education Minister Jitin Prasad) ने डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (Dr APJ Abdul Kalam Technical University) में मंगलवार को आयोजित ‘प्राविधिक शिक्षा का उन्नयन’ (upgradation of technical education) कार्यक्रम के दौरान कहीं।
उन्होंने कहा कि शिक्षक पूरे समाज को सही दिशा दिखा कर प्रगति की और अग्रसर करते हैंं। उन्होंने कहा विवि के जिन शिक्षकों ने कोविड-19 महामारी में अपने प्राण गवाएं हैं उन्हें हृदय से श्रृद्धांजलि प्रदान करता हूं। उन्होंने कहा कि जिन विद्यार्थियों के अभिभावक कोविड-19 महामारी में नहीं रहे उन विद्यार्थियों के प्रति मेरी पूरी संवेदनाएं हैं। उन्होंने कहा कि आज जो सहयोग प्रदान किया जा रहा है। यह एक औपचारिकता हैं। मेरे दरवाजे सभी जरूरतमंद शिक्षकों और विद्यार्थियों के परिवारीजनों के लिए हमेशा खुलें हैं। उन्होंने कहा कि प्राविधिक शिक्षा पर देश की पूरी प्रगति निर्भर करती है। अतः प्राविधिक शिक्षा से जुड़े विद्यार्थियों से विशेष योगदान की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना की घोषणा बुधवार को करेंगे।
उन्होंने कहा कि सौ लाख करोड़ की यह योजना भारत के विकास के नए अध्याय का उदय करेगी। उन्होंने कहा कि आज सीमित विधार्थियों को लैपटॉप मिल रहा है। जिन विद्यार्थियों को आज लैपटॉप नहीं मिल रहा है वह परेशान न हों। प्रदेश सरकार जल्द ही प्रदेश के समस्त विद्यार्थियों को टैबलेट प्रदान करने जा रही है। उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री और एकेडमिया कनेक्ट को बढ़ाया जायेगा। स्टूडेंट सेंट्रिक पालिसी बनाने के लिए कार्य और तेज किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि जल्द ही वह प्रदेश के भिन्न-भिन्न प्राविधिक संस्थानों में जाकर शिक्षकों और विद्याथियों की समस्याओं को सुनकर उनका निदान करेंगे। उन्होंने प्राविधिक शिक्षा के विकास के लिए किये जा रहे कार्यों के लिए विवि के कुलपति प्रो कंसल एवं उनकी टीम को बधाई दी।