जीवन में अपनों का साथ जितना सुख देता है उनके बिछड़ जाने पर उतना ही दुख होता है। परिजन बहुत प्रियजन होते है। प्रियजनों के विछड़ने पर उनकी भरपाई नहीं हो पाती है।
Swapna shastra: जीवन में अपनों का साथ जितना सुख देता है उनके विछड़ जाने पर उतना ही दुख होता है। परिजन बहुत प्रियजन होते है। प्रियजनों के विछड़ने पर उनकी भरपाई नहीं हो पाती है। इसी तरह परिवार के वुजुर्ग के विछड़ने का गम सभी को होता है। मिलना विछड़ना जीवन का नियम है।आयु पूरी कर या फिर बीच में ही घर के बुजुर्ग साथ छोड़ कर बिदा हो जाते है। जीवन के इस नियम को कोई बदल नहीं सकता है। यह अटल सत्य है। घर परिवार के बुजुर्ग के गुजर जाने के बाद उनकी याद बहुत आती है। हिंदू धर्म में घर परिवार के बुजुर्ग के स्वर्गवास हो जाने के बाद उन्हें पितृ कहा जाता है। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, पितृ देव को प्रसन्न रखने से
जीवन में सुख शान्ति का वास बना रहता है। पितृ देव को प्रसन्न रखने के हिंदू शास्त्रों में आवश्यक बातें बतायी गई है। इसी प्रका यदि सपने में पितृगण दिखाई दे तो इसका भी विशेष मतलब होता है। आइये जानते स्वप्न शास्त्र के अनुसार पूर्वजों को देखने का क्या मतलब होतमा है।
मृतक परिजनों को बार बार देखना
स्वप्न शास्त्र के मुताबिक सपने में मृत परिजन को बार.बार देखना अशुभ संकेत माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि मृतकों को शांति नहीं मिली है और वे शांति की तलाश में भटक रहे हैं। ऐसे में उनकी आत्मा को शांति मिलने के लिए विधि विधान से पूजन करवाएंं। इसके अलावा घर में रामायण और गीता का पाठ करवाएं।
पितरों को खुश देखना होता है शुभ संकेत
वहीं अगर सपने में पितरों को खुश होते हुए देख रहे हैं तो यह शुभ संकेत है। स्वप्न शास्त्र के मुताबिक पितर आपसे खुश हैं तो आप पर हमेशा आशीर्वाद बनाए रहेंगे। पितरों के आशीर्वाद से आप तमाम मुश्किलों से छुटकारा पा सकते हैं।