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Swatantrata diwas par nibandh : संघर्ष और कठिन परिश्रम के बाद मिली थी आजादी

Swatantrata diwas par nibandh : स्वतंत्रता दिवस सभी भारतवासियों के लिए महत्वपूर्ण दिन है। साल दर साल, यह हमें हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों की याद दिलाता है जिन्होंने हमारी मातृभूमि को ब्रिटिश शासन से मुक्त करने के लिए अपने जीवन का बलिदान और संघर्ष किया। यह हमें उन महान प्रतिमानों की याद दिलाता है, जो एक स्वतंत्र भारत के सपने की नींव थे, जिसे संस्थापक पिताओं ने कल्पना और साकार किया था।

By शिव मौर्या 
Updated Date

Swatantrata diwas par nibandh : देश 2021 में स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है। इस स्वतंत्रता दिवस पर हम आपको बताने जा रहे हैं कि 10 लाइन या फिर 100 से 500 शब्दों में कैसे निबंध की रूपरेखा लिखें…….आजादी का एहसास बहुत ही सुख भरा होता है। आजाद पंक्षी जब खुले आसमां में उड़ते हैं तो उन पर कोई पाबंदी नहीं होती। इसी आजादी को पाने के लिए इस जीवजगत में पशु पक्षी भी बेताब रहते हैं। आजादी एक प्राकृतिक एहसास है। आज के कुछ वर्ष पूर्व ब्रिटिश हुकूमत ने भारतवर्ष पर राज किया। कई सदियों से विकसित हुई भारतवर्ष की सभ्यता को अंग्रजों ने तहस नहस करने का काम किया। अंग्रेजी हुकूमत को देश से खदेड़ने और आजादी के लिए शूरवीरों ने अपना बलिदान​ दिया। शूरवीरों की बलिदानी के कारण भारत अंग्रेजों के चंगुल से छूटा और देश आजाद हुआ। यह हमें उन महान प्रतिमानों की याद दिलाता है, जो एक स्वतंत्र भारत के सपने की नींव थे।

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भारत को आजाद हुए 75 वर्ष पूरे हो गए। आजादी के इस जश्न में तरह तरह से लोग खुशियां मना रहे हैं। 15 अगस्त 1974 को हमारा देश ब्रिटिश शासन से पूरी तरह से स्वतंत्र हुआ था। भारत को आजादी दिलाने के लिए स्वतंत्रता सेनानियों को अपनी जान गवानीं पड़ी थी। स्वतंत्रता सेनानियों के कठिन संघर्ष के बाद भारत अंग्रजों की हुकूमत से आज़ाद हुआ था। तब से ले कर आज तक 15 अगस्त को हम स्वतंत्रता दिवस मानते हैं।

आजादी मिलने के बाद से हर वर्ष हम इस दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं। साथ ही इस दिन को राष्ट्रीय अवकास के रूप में घोषित किया गया है। वहीं, इस दिन सभी स्कूल, कॉलेजों और ऑफिसों में तिरंगा फहराया जाता है। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री लाल किला पर तिरंगा फहराते हैं। तिरंगा फहराने के बाद राष्ट्र गान गाया जाता है और 21 बार गोलियां चलाकर सलामी भी दी जाती है। इस खास मौके पर भारती सशस्त्र बल, अर्धसैनिक बल और एनसीसी कैडेड परेड की जाती है।

स्वतंत्रता दिवस का इतिहास
आजादी के लिए शूरवीरों ने अपने प्राणों की आहूति देकर देश को स्वतंत्र कराया था। 1947 में आज के ही दिन देश स्वतंत्र हुआ था। अहिंसक संघर्ष और कठिन परिश्रम के बाद हमें आजादी मिली थी। 1947 में प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया था। इसने भारत में 200 साल पुराने ब्रिटिश शासन के अंत को चिह्नित किया। अब हम एक स्वतंत्र और संप्रभु राष्ट्र में हवा में सांस लेते हैं। इस दिन देश के वीर सपूतोें को श्रद्धांजलि दी जाती है।

स्वतंत्रता दिवस का महत्व
स्वतंत्रता दिवस सभी भारतवासियों के लिए महत्वपूर्ण दिन है। साल दर साल, यह हमें हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों की याद दिलाता है जिन्होंने हमारी मातृभूमि को ब्रिटिश शासन से मुक्त करने के लिए अपने जीवन का बलिदान और संघर्ष किया। यह हमें उन महान प्रतिमानों की याद दिलाता है, जो एक स्वतंत्र भारत के सपने की नींव थे, जिसे संस्थापक पिताओं ने कल्पना और साकार किया था।

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