Kumbh Ka Mahavigyan : प्रयागराज में संगम का तट पुनः ऊर्जा लिए प्रतीक्षा में है। 12 वर्ष बीत चुके। पृथ्वी, पवन, पानी, आकाश, वायु और अग्नि अपनी अपनी गति से रचना और विलय की यात्रा कर रहे हैं। जो निर्मिति है उसका शोधन होना है। इसी निर्माति में समस्त चराचर