तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव के दौरान डीएमके ने भारी सफलता हासिल की। एआईएडीएमके को हार का सामना करना पड़ा है।
नई दिल्ली: तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव के दौरान डीएमके ने भारी सफलता हासिल की। एआईएडीएमके को हार का सामना करना पड़ा है। इसी के साथ ही अन्नाद्रमुक के 10 वर्ष तक चल शासन का अंत हुआ और एमके स्टालिन के नेतृत्व में द्रमुक ने स्पष्ट बहुमत प्राप्त किया। डीएमके ने दो तिहाई बहुमत जुटाकर पलानीस्वामी के नेतृत्व वाली अन्नाद्रमुक पर धमाकेदार जीत दर्ज की। डीएमके की इस इस शानदार सफलता के बाद अब ये तय हो गया है कि डीएमके अध्यक्ष स्टालिन मुख्यमंत्री बनेंगे।
दरअसल तमिलनाडु में 234 सीटों पर विधानसभा चुनाव हुए हैं। जिसमें वोटिंग के मुताबिक डीएमके 132 सीटों पर आगे है, जबकि सामान्य बहुमत के लिए 118 सीटों की जरूरत होती है। वहीं एआईएडीएमके को 70 सीटें मिली जिसके चलते उसने सहयोगी दलों के साथ 74 सीटों पर बढ़त बनाई है। इससे पहले साल 2016 के विधानसभा चुनाव में एआईएडीएमके को 136 सीटें मिली थी जबकि डीएमके को सिर्फ 98 सीटें हासिल हुई थी। तब जयललिता दूसरी बार मुख्यमंत्री बनी थीं, लेकिन 5 दिसंबर 2016 को जयललिता का निधन हो गया था। जिसके चलते ओ. पन्नीरसेल्वम को मुख्यमंत्री बनाया गया था, पर ज्यादा दिन तक वो भी नहीं टिक सके तब पलानीस्वामी के सीएम बनाया गया था।
पीएम नरेंद्र मोदी ने स्टालिन को जीत की बधाई दी है। उन्होंने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए बधाई दी है। पीएम मोदी ने लिखा ‘तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में जीत के लिए बधाई, हम राष्ट्र की प्रगति में मिलकर काम करेंगे, क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा करेंगे और साथ मिलकर कोविड 19 महामारी को हराएंगे’।